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Cyber Crime In Punjab: इंटरनेट पर अश्लील पेजों से बदनामी, साइबर सेल सुराग लगाने में नाकाम

Cyber Crime In Ludhiana पंजाब में इंटरनेट पेजों को बंद करवाने और अपराधियों तक पहुंचने के लिए पुलिस को नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं। इसका मुख्य कारण है पुलिस के पास मौजूद टेक्निकल स्टाफ और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी।

By Edited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 07:44 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 10:18 AM (IST)
Cyber Crime In Punjab: इंटरनेट पर अश्लील पेजों से बदनामी, साइबर सेल सुराग लगाने में नाकाम
इंटरनेट मीडिया ने साइबर क्राइम करने वालों का दायरा बढ़ाया। (सांकेतिक तस्वीर)

लुधियाना, [राजन कैंथ]। Cyber Crime In Ludhiana: इंटरनेट मीडिया ने साइबर क्राइम करने वालों का दायरा अब काफी बड़ा कर दिया है। कारण अब जरा भी विवाद या कहासुनी होने पर लोग इंटरनेट मीडिया पर अश्लील पेज बनाकर उन्हें बदनाम कर रहे हैं। ऐसे बहुत से मामले जांच के लिए पुलिस के पास पड़े हुए हैं, लेकिन पुलिस का साइबर सेल उनके सामने बौना साबित हो रहा है। ऐसे इंटरनेट पेजों को बंद करवाने और अपराधियों तक पहुंचने के लिए पुलिस को नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं। इसका मुख्य कारण है पुलिस के पास मौजूद टेक्निकल स्टाफ और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी। कोई और चारा नहीं होने की वजह से इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। यही कारण है कि आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।

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पेज तो डिलीट हुआ, आरोपित का नहीं चला पता

केस 1 : बीआरएस नगर में रहने वाले एक कारोबारी के 17 वर्षीय बेटी का इंस्टाग्राम पर अकाउंट है। दो सप्ताह पहले किसी ने उसके अकाउंट से उसकी फोटो डाउनलोड करके इंस्टाग्राम पर ही उसके नाम का एक पेज बना लिया और उस पर अश्लील पोस्ट कर दी। इसमें उसने लड़की के कुछ दोस्तों को भी रिक्वेस्ट भेज उन्हें एड कर लिया। इस मामले में साइबर सेल को शिकायत देने के बावजूद कोई खास कार्रवाई नहीं हुई तो मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर को दी गई। इसके बाद पुलिस ने वो पेज तो डिलीट करवा दिया, लेकिन आज तक उसे बनाने वाले का पता नहीं लगा सकी।

दो फर्जी अकाउंट में थी कारोबारी की फोटो

केस 2 : शिवपुरी में रहने वाले एक कारोबारी को एक महीने पहले पता चला कि फेसबुक पर दो ऐसे अकाउंट चल रहे हैं, जिसकी प्रोफाइल में उसकी फोटो लगी है। इनमें से एक तो उसी के नाम पर था, जबकि दूसरा किसी अन्य नाम पर। दोनों ही प्रोफाइल की पोस्ट देखने पर पता चला कि किसी ने उसमें अश्लील कंटेंट अपलोड किया था, जो कि उसे बदनाम करने के लिए किया गया था। पुलिस में शिकायत देने के एक महीने बाद वो प्रोफाइल बंद हो पाई। हालांकि आरोपितों का आज तक पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पाई है। केस 3 : महिला कारोबारी की फोटो अश्लील वेबसाइट पर दिखी तीन माह पहले गिल रोड स्थित दशमेश नगर में रहने वाली एक कारोबारी महिला की फेसबुक आइडी से किसी ने फोटो डाउनलोड कर लीं। बीते दिनों उसकी फोटो एक अश्लील वेबसाइट पर देखी गई। शहर की रसूखदार महिला की फोटो उस वेबसाइट पर दिखने के बाद उसे कई लोगों के फोन आए। इससे परेशान महिला ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर वेबसाइट से फोटो तो हटवा ली, लेकिन आरोपितों का अभी तक कोई पता नहीं चला पाया है।

एक माह में ऐसी औसतन 20 से 30 शिकायतें आती हैंः एसीपी

एक माह में ऐसी औसतन 20 से 30 शिकायतें आती हैं। इनमें हम संबंधित साइट्स को पेज बंद करने के लिए रिक्वेस्ट भेजते हैं। साथ ही उस पेज को बनाने वाले की डिटेल भी मांगी जाती है। इस प्रोसेस को 10 से 15 दिन का समय लग जाता है। मगर जब किसी माइनर लड़की या बच्चों के साथ ऐसा मामला सामने आता है तो ऐसे सीरियस केस में 24 घंटे के अंदर उसे बंद करके डिटेल मंगाई जाती है। ज्यादातर मामलों में पेज बंद हो जाने के बाद शिकायतकर्ता संतुष्ट हो जाता है और कार्रवाई करवाने से पीछे हट जाता है। ऐसे में पुलिस उस मामले में कुछ नहीं कर पाती। हालांकि इसके बावजूद हर माह ऐसे दो-तीन केस दर्ज किए जाते हैं। - वैभव सहगल, एसीपी, साइबर सेल


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