Coronavirus News :लुधियाना में 50 साल से अधिक उम्र के लाेग हाे रहे काेराेना संक्रमित, जानें क्या है कारण
Coronavirus News शहर में कोरोना के शुरुआती लक्षणों को अनदेखा करना मरीजाें पर भारी पड़ रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि निमोनिया होते ही मरीज की इम्यूनिटी वीक हो जाती है और ब्लड में आक्सीजन की कमी होने लगती है।

लुधियाना, जेएनएन। Coronavirus News: कोरोना के शुरुआती लक्षणों को अनदेखा करना मरीजों पर भारी पड़ रहा है। इनमें से कई 50 साल से अधिक उम्र वाले मरीज भी हैं। वह लक्षण सामने आने के बाद भी समय पर कोरोना टेस्ट और इलाज नहीं करवा रहे हैं। ऐसे में अब निजी अस्पतालों में निमोनिया के साथ गंभीर हालत में कोरोना संक्रमित लोग भी पहुंच रहे हैं। इनमें ज्यादातर ऐसे हैं, जिन्हें पहले से फेफड़ों, किडनी, हार्ट, बीपी व शुगर की बीमारी है।
चिकित्सकों का कहना है कि निमोनिया होते ही मरीज की इम्यूनिटी वीक हो जाती है और ब्लड में आक्सीजन की कमी होने लगती है। इसकी वजह से मरीज की रिकवरी में काफी दिक्कतें आ रही है। कई बार सीवियर निमोनिया से डीआइसी की स्थिति निर्मित हो जाती है जिससे शरीर के दूसरे अंग काम करना बंद कर देते हैं। डीएमसी अस्पताल के मेडिसिन स्पेशलिस्ट डा. अमित बेरी का कहना है कि निमोनिया के साथ अस्पताल आने वाले कोरोना मरीजों में ज्यादातर 50 साल से अधिक आयु वाले हैं। ऐसे में इस आयु वर्ग वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
ऐसे मरीजों को दो-तीन दिन से लगातार खांसी आए, सांस लेने में तकलीफ हो, खांसने पर सीने में दर्द, छाती में भारीपन, सर्दी जुकाम अधिक और बुखार लगे तो तुरंत विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए। वहीं सेल्फ मेडिकेशन से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसे काफी मरीज आ रहे हैं, जिन्होंने पहले तो कई दिन कोरोना के लक्षण सामने आने पर अपनी मर्जी के मुताबिक दवाएं लीं।
मरीजों को सलाह
-सभी उम्र के लोगों को यही सलाह होगी कि घर से बाहर जाने से बचें।
-बहुत जरूरी हो, तो मुंह व नाक को थ्री लैय्यर मास्क से कवर करके ही निकलें।
-जहां भी जा रहे हैं, वहां फिजिकल डिस्टेंस बनाकर रखें।
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