लुधियाना में कांग्रेस ने चेहरे बदले, युवाओं को सौंपी संगठन मजबूती की जिम्मेदारी; संजय के हाथ शहर की कमान
Punjab Politics पंजाब कांग्रेस कमेटी ने अब जिलों में भी पुराने चेहरों को बदल दिया है। लंबे समय से लुधियाना जिला कांग्रेस शहरी की जिम्मेदारी अश्वनी शर्मा के पास थी। जो अब पूर्व विधायक संजय तलवाड़ को सौंपी गई है।

भूपेंदर सिंह भाटिया, लुधियाना। Punjab Politics: पंजाब कांग्रेस कमेटी का निजाम बदलने बाद अब जिलों में भी पुराने चेहरों को बदल दिया गया है। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष राजा वड़िंग ने युवाओं को संगठन को मजूबत करने की जिम्मेदारी सौंपी है। शहर में पूर्व विधायक संजय तलवाड़ को संगठन की कमान सौंपी है। लंबे समय से लुधियाना जिला कांग्रेस शहरी की जिम्मेदारी अश्वनी शर्मा के पास थी।
यह पहली बार नहीं है जब राजनीति की बिसात पर संजय तलवाड़ ने अश्वनी शर्मा को पीछे छोड़ दिया हो। इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में अश्वनी शर्मा भी लुधियाना पूर्वी हल्के से टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन कांग्रेस ने तत्कालीन विधायक संजय तलवाड़ को ही टिकट दी थी। हालांकि तलवाड़ पिछला विधानसभा चुनाव हार गए थे।
अश्वनी शर्मा को जिला कांग्रेस शहरी की कमान सौंपी गई थी। अब एक बार फिर संजय तलवाड़ अश्वनी शर्मा पर भारी पड़े हैं। हालांकि माना जाता है कि अश्वनी शर्मा की भी दिल्ली दरबार में अच्छी पहुंच है, जिस कारण उन्हें पिछली बार जिला कांग्रेस शहरी का प्रधान बनाया गया था। पूर्व विधायक संजय तलवाड़ लंबे समय से कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने जमीनी स्तर से कांग्रेस में राजनीति शुरू की थी।
पहले उन्होंने पार्षद का चुनाव जीता। वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की दावेदारी जताई। टिकट हासिल कर लुधियाना के सबसे युवा उम्मीदवार बने। चुनाव जीतने के बाद पहली बार विधानसभा पहुंचे तलवाड़ ने अपने हलके के लिए कई प्रोजेक्ट शुरू करवाए थे लेकिन पिछला चुनाव आप की लहर में हार गए थे।
देहात में युवा मेजर सिंह मुल्लांपुर दिखाएंगे दम
लुधियाना जिला कांग्रेस कमेटी देहाती को मजबूत करने की जिम्मेदारी युवा नेता मेजर सिंह मुल्लांपुर को दी गई। इससे पहले देहाती प्रधान सोनी गालिब थे। मेजर सिंह पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव और जाट महासभा के मालवा इंचार्ज रह चुके हैं। मूल रूप से गांव मुल्लांपुर के रहने वाले मेजर सिंह कुछ समय तक विदेश में भी रहे। पहले शिरोमणि अकाली दल में थे, लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। दाखा से पिछले दो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार कैप्टन संदीप संधू की चुनावी कमान उन्होंने ही संभाली थी। वह कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के भी करीबी रहे। हाल में ग्रामीण क्षेत्र में अच्छी छवि होने का पुरस्कार उन्हें मिला है।
चुनौती: निगम चुनाव होंगे तलवाड़ की अग्निपरीक्षा
नव नियुक्त जिला कांग्रेस शहरी के प्रधान संजय तलवाड़ के लिए आगामी नगर निगम चुनाव मुख्य चुनौती होंगे। 95 वार्ड वाले लुधियाना निगम में वर्तमान समय में कांग्रेस के 63, शिअद के 11, भाजपा के 10, लोक इंसाफ पार्टी के 07, आजाद 03 और आम आदमी पार्टी का एक पार्षद है। सत्ता से बाहर होने के बावजूद कांग्रेस राज्य के सबसे बड़े नगर निगम में अपनी सत्ता बरकरार रखना चाहती है। यही कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती भी है। लुधियाना पश्चिम और पूर्वी हलको में यह चुनौती और भी बड़ी हो जाएगी। इन दोनों हलकों में 36 वार्ड हैं। आप की एकमात्र पार्षद विधायक दलजीत सिंह भोला की पत्नी बलविंदर कौर हैं। सत्ता में आप है। इसलिए कांग्रेस की राह आसान नहीं होगी।
खन्ना में लखवीर लक्खा पर फिर जताया विश्वास
खन्ना : पंजाब कांग्रेस ने पायल हलके के विधायक रह चुके लखवीर सिंह लक्खा को संगठनात्मक जिला खन्ना का जिला प्रधान बनाया है। वे विधायक बनने से पहले भी इस पद पर रह चुके हैं। वे मौजूदा जिला प्रधान रूपिंदर सिंह राजा गिल की जगह लेंगे। राजा गिल को विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले ही जिला कांग्रेस खन्ना का प्रधान बनाया गया था। लक्खा एससी समाज से संबंधित हैं और फतेहगढ़ साहिब की लोकसभा सीट भी आरक्षित है। ऐसे में तीन हलकों का प्रतिनिधित्व करने वाले खन्ना जिला में एससी प्रधान नियुक्त कर पार्टी ने वोट बैंक भी साधने की कोशिश की है। इसके साथ ही कांग्रेस ने फतेहगढ़ साहिब जिले में भी एससी समाज से गुरप्रीत सिंह जीपी को प्रधान लगाकर भविष्य की राजनीति की दिशा के स्पष्ट संकेत दिए हैं।
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