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    जेल में बंद Amritpal Singh का ये साथी भी लड़ेगा चुनाव, पंजाब की इस सीट से आजमाएगा किस्मत; जानें कौन है भगवंत सिंह?

    असम की डिब्रगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) का साथी भगवंत सिंह (Bhagwant Singh) सूबे की गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगा। इस संदर्भ में उसके बेटे आकाशदीप ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी। भगवंत सिंह अमृतपाल सिंह की तरह असम की जेल में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के अंतर्गत ही बंद है। वह मोगा जिले के धर्मकोट का निवासी है।

    By Inderpreet Singh Edited By: Prince Sharma Updated: Wed, 26 Jun 2024 04:36 PM (IST)
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    जेल में बंद भगवंत सिंह चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहा है (फाइल फोटो सोशल मीडिया)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल के बाद अब भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहा है।

    इंटरनेट मीडिया पर प्रधानमंत्री बाजेके के बेटे ने कहा कि अगर संगत चाहेगी तो उसके पिता भी चुनाव मैदान में उतरेंगे। वह गिद्दड़बाहा (Gidderbaha) से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। 

    इस सीट पर कांग्रेस का रहा है कब्जा

    गिद्दड़बाड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस के अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग विधायक थे। लेकिन अब वह लुधियाना से सासंद बन गए हैं। ऐसे में यह सीट खाली हो गई है। जिस पर उपचुनाव होगा।

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    इस सीट पर लंबे समय से कांग्रेस ने कब्जा जमा कर रखा है। जहां एक ओर खडूर साहिब संसदीय सीट से अमृतपाल सिंह ने चुनाव जीता था। 

    कौन हैं प्रधानमंत्री बाजके

    प्रधानमंत्री बाजेके अमृतपाल सिंह का साथी है। वह भी असम की डिब्रूगढ़ जेल में एनएसए के तहत जेल में बंद है। वह मोगा जिले के धर्मकोट का निवासी है। उसके चुनाव लड़ने की बात उसके बेटे द्वारा की गई है। , पंजाब की फरीदकोट संसदीय सीट से सरबजीत सिंह खालसा ने चुनाव जीता। वह इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह का बेटा है। अब देखना यह है कि भगवंत सिंह चुनावी मैदान में फतेह का ध्वज का लहरा पाएगा अथवा नहीं।

    अमृतपाल सिंह ने खडूर साहिब सीट से जीता था चुनाव

    अमृतपाल सिंह ने पंजाब की खडूर साहिब सीट से लोकसभा चुनाव जीता था। उसने भारी मतों से जीत हासिल की है। हालांकि, बाजेके बेटे ने इंटरनेट मीडिया पर लिखा है कि संगत ही फैसला करेगी। जिस तरह से अमृतपाल को लोगों ने भारी बहुमत से जिताया है उसी तरह से उनके पिता को भी जनता का आशीर्वाद मिलेगा।

    नौ साथियों सहित जेल में बंद है अमृतपाल

    गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह मंगलवार को संसद में शपथ नहीं ले सका। संसद में अमृतपाल का नाम पुकारा गया लेकिन वह वहां मौजूद नहीं था।

    अमृतपाल ने 11 जून को राज्य सरकार को पत्र लिखकर सांसद के रुप में शपथ लेने के लिए हिरासत से अस्थायी रिहाई की मांग की थी। 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख अपने 9 साथियों के साथ असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है।

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