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    Amarnath Yatra Cloud Burst: लुधियाना के यात्री ने बताया आंखों देखा हाल, देखते ही देखते सब मलबे में बह गए

    By Kamlesh BhattEdited By:
    Updated: Sat, 09 Jul 2022 12:58 PM (IST)

    Amarnath Yatra Cloud Burst पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से वहां मौजूद टेंट व लंगर मलबे में बह गए। वहां लुधियाना का रमनदीप भी मौजूद था। रमनदीप ने घटना का आंखों देखा हाल दैनिक जागरण को बताया।

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    Amarnath cloudburst tragedy: श्री अमरनाथ में हुए हादसे की तस्वीर। स्रोत इंटरनेट मीडिया

    दिलबाग दानिश, लुधियाना। Amarnath cloudburst tragedy: श्री अमरनाथ गुफा के पास हुई बादल फटने की घटना से वहां मौजूद लोग सहमे हुए हैं। लुधियाना के रमनदीप सिंह भी बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए गए थे। उन्होंने हादसे की भयावह तस्वीर अपनी आंखों से देखी। 

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    रमनदीप सिंह ने बताया कि वह रात को गुफा से दर्शन कर नीचे आया था। इसके बाद वह मानसा वालों द्वारा लगाई गई लंगर सेवा में लंगर खाने गया। वह बाहर निकला ही था कि अचानक गड़गड़ाहट होने लगी। तेजी से मलबा बहने लगा। कुछ देर के लिए वह सहम गया। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे। 

    रमनदीप ने कहा कि कुछ देर के लिए वह सुन्न हो गया। लोग चिल्ला रहे थे। देखते ही देखते सभी लंगर और टेंट मलबे में बह गए थे। वह भी मलबे में फंस गया था। इसी दौरान वहां मौजूद पिठ्ठू (घोड़ा चलाने वाला चालक) ने उसे देखा और धक्का देकर मलबे से बाहर निकाला। बाद में वह भी दूसरे यात्रियों के साथ बालटाल की तरफ आ रहा था, लेकिन उन्हें पंचतरनी में ही रोक दिया गया था। यहां पर 20 हजार के करीब लोग फंसे हुए हैं।

    श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान पवित्र गुफा पर राहत एवं बचाव कार्य अभी भी जारी हैं। वहां पर लगे लंगर और टेंट बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं और वहां से लोगों को निकालने का काम लगातार किया जा रहा है। पंजाब समेत अन्य राज्यों से वहां पर पहुंचे सेवकों ने दोबारा से लंगर के टेंट लगाने शुरू कर दिए हैं।

    रमनदीप ने बताया कि अमरनाथ यात्रा को तीन दिन के लिए रोक दिया गया है। इसके लिए वहां पर अनाउंसमेंट भी की जा रही है। यही नहीं पहलगांव और बालटाल से यात्रा करने वालों के मध्य पड़ाव पंचतरनी में अभी भी 20 हजार के करीब यात्री फंसे हुए हैं। जिन्हें न तो बालटाल जाने दिया जा रहा है और न ही गुफा की तरफ। जिस कारण वहां पर माहौल बेहद डर वाला बना हुआ है।

    देर शाम फटा था लंगर, तड़के तक आते रहे यात्री

    रमन ने बताया कि देर शाम बादल फटने के बाद कई लोग मलबे में बह गए थे, जिससे वहां डर का माहौल है। तड़के तीन बजे तक यहां पर यात्रियों का आना जारी रहा। यात्रियों के लिए यहां पर किए गए बंदोबस्त कम पड़ गए और लोगों के लिए अब लंगर का प्रबंध किया जा रहा है।