लुधियाना में चलती ट्रेन में महिला से लूट की कोशिश, पति के पहुंचते ही हथियार लहराते कूदकर भागे बदमाश
लुधियाना में जनशताब्दी ट्रेन में दो बदमाशों ने एक महिला से बालियां लूटने की कोशिश की जिससे ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई। गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब के पास हुई इस घटना में महिला के विरोध करने पर उसे मामूली चोटें आईं। शोर सुनकर महिला का पति पहुंचा लेकिन बदमाश भाग गए। जीआरपी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

संवाद सहयोगी, लुधियाना। हरिद्वार से अमृतसर लौट रही जनशताब्दी ट्रेन के एसी कोच में बुधवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया जब दो बदमाशों ने एक महिला पर तेजधार हथियार तानकर उसकी बालियां लूटने की कोशिश की। वारदात उस समय हुई जब ट्रेन गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब के पास आउटर पर धीमी हो गई थी। शोर सुनकर महिला का पति पहुंचा तो आरोपी हथियार लहराते हुए ट्रेन से कूदकर फरार हो गए।
लूट में असफल रहे बदमाशों ने महिला के हाथ पर दातर से हल्की चोट पहुंचाई। घटना के बाद अन्य यात्री भी डर के मारे आउटर पर उतरने लगे, जिससे ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्थिति को संभाला और यात्रियों को शांत किया।
पीड़ित दंपती की शिकायत पर जीआरपी ने जांच शुरू कर दी है। बच्चों के साथ वाशरूम से लौट रही थी महिला सरहंद निवासी बलविंदर सिंह अपनी पत्नी सिमरजीत कौर और बच्चों के साथ जनशताब्दी ट्रेन से अमृतसर जा रहे थे।
आउटर पर ट्रेन धीमी हुई तो सिमरजीत कौर अपने दोनों बच्चों को लेकर वाशरूम से बाहर आईं। इसी दौरान दो बदमाशों ने दातर दिखाकर उन्हें धमकाया और बालियां छीनने की कोशिश की। लेकिन बालियां बालों में उलझ जाने से आरोपी सफल नहीं हो पाए। महिला ने विरोध किया तो झड़प के दौरान उनके हाथ पर चोट लग गई। उधर, शोर सुनकर बलविंदर सिंह मौके पर पहुंचे तो बदमाश हथियार घुमाते हुए ट्रेन से कूदकर भाग निकले।
इसके बाद एसी कोच में हंगामा मच गया और ट्रेन स्टाफ ने तुरंत जीआरपी को सूचना दी। आउटर पर सक्रिय है गिरोह स्थानीय निवासियों के मुताबिक गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब के पास आउटर पर लंबे समय से बदमाशों का गिरोह सक्रिय है। पिछले दो महीनों में यहां कई वारदातें हो चुकी हैं। हाल ही में इस गिरोह ने कश्मीर की एक नर्सिंग छात्रा का बैग चोरी कर रेलवे ट्रैक पर उसके दस्तावेज फेंक दिए थे।
लोगों का कहना है कि इस गिरोह में करीब एक दर्जन बदमाश शामिल हैं, जो देर रात चलती या धीमी ट्रेनों को निशाना बनाते हैं। आउटर पर ट्रेनों के धीमे होने का फायदा उठाकर वे यात्रियों से लूटपाट करते हैं और पास की दीवार तोड़कर बनाए गए रास्ते से आसानी से फरार हो जाते हैं।
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