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    लुधियाना में गजब हो गया! शव किसी का, सौंपा किसी और को; फिर गलत परिवार ने कर दिया अंतिम संस्कार

    Updated: Mon, 22 Dec 2025 11:44 PM (IST)

    लुधियाना के ओरिसन अस्पताल में लापरवाही का मामला सामने आया है, जहाँ मोर्चरी में रखे दो महिलाओं के शव बदल दिए गए। एक शव गलत परिवार को सौंप दिया गया, जिन ...और पढ़ें

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    बड़ी लापरवाही: शव किसी का, सौंपा किसी और को, संस्कार भी हो गया।

    जागरण संवाददाता, लुधियाना। फिरोजपुर रोड स्थित ओरिसन अस्पताल में इंसानियत को झकझोर देने वाली लापरवाही सामने आई है। अस्पताल की मोर्चरी में रखे गए दो महिलाओं के शवों की अदला-बदली कर दी गई। न तो पहचान की पुख्ता जांच हुई और न ही शव पर नाम या टैग लगाया गया। नतीजा यह हुआ कि एक महिला का शव किसी दूसरे परिवार को सौंप दिया गया और उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया, जबकि असली शव कई दिन तक मोर्चरी में ही पड़ा रहा।

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    दोनों महिलाओं की मौत इलाज के दौरान एक ही दिन यानी 19 दिसंबर को हुई थी। 20 दिसंबर को मंजू का शव लेने के लिए परिजन अस्पताल पहुंचे। उन्हें जसबीर कौर का शव थमा दिया गया। शव पर पटिट्यां लपेटी थी और परिवार ने भी बिना देखे उसी दिन शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मामला उजागर तब हुआ, जब मोगा जिले के गांव कड़ाहेवाला से जसवंत सिंह अपने बेटों के साथ पत्नी जसबीर कौर का शव लेने अस्पताल पहुंचे।

    उन्हें जब किसी दूसरी महिला का शव दिखाया गया तो परिजन भड़क उठे। अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ, नारेबाजी हुई और गांव के लोग भी मौके पर पहुंच गए। शाम तक अस्पताल परिसर में धरना चलता रहा। थाना सराभा नगर पुलिस ने परिजनों की शिकायत और प्राथमिक जांच के आधार पर ओरिसन अस्पताल प्रबंधन पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है।

    स्टाफ ने भरोसा दिलाया, इसलिए देखे बिना शव ले गए

    67 वर्षीय मंजू दीवान के बेटे सौरव दीवान ने बताया कि जब उन्हें शव सौंपा गया तो केवल आंखें खुली थीं, बाकी शरीर पट्टियों में ढका था। उन्होंने स्टाफ से पुष्टि भी की थी, लेकिन उन्हें भरोसा दिलाया गया कि शव उनकी मां का ही है। सदमे और धार्मिक परंपराओं के चलते शव की पहचान नहीं हो सकी।

    मेरी पत्नी का शव गायब किया गया: जसवंत सिंह

    जसबीर कौर के पति जसवंत सिंह ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी का शव गायब किया गया और अंगों की तस्करी की आशंका जताई। उन्होंने मांग की कि अस्पताल प्रबंधन पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो और अस्पताल को बंद किया जाए।

    उन्होंने कहा कि 10 दिसंबर को पत्नी जसबीर कौर को पेट की गंभीर बीमारी का इलाज करवाने के लिए फिरोजपुर रोड स्थित एजीआइ द गैस्ट्रोसिटी एडवांस्ड गैस्ट्रोएंटरोलाजी इंस्टीट्यूट भर्ती करवाया था। इलाज के दौरान पांच से छह दिन वह आइसीयू में भर्ती रही।

    19 दिसंबर को उनकी पत्नी का निधन हो गया। उनके दोनों बेटे विदेश में रहते हैं, इसलिए अंतिम संस्कार उनके आने पर ही करना था। ऐसे में उन्होंने पत्नी के शव को ओरिसन अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। बेटे रविवार देर रात मोगा पहुंचे। मोर्चरी में उनकी पत्नी का शव नहीं मिला। उनकी पत्नी की जगह किसी और महिला का शव सौंपा गया।

    पुलिस बोली: शव गायब नहीं, अदला-बदली हुई

    थाना सराभा नगर के एसएचओ आदित्य शर्मा ने बताया कि परिजनों की शिकायत और प्राथमिक जांच के आधार पर ओरिसन अस्पताल प्रबंधन पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा कि यह मामला शवों की अदला-बदली का है, अन्य आरोपों की भी जांच की जा रही है।