Punjab News : कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी में बाढ़ का कहर, ब्यास नदी का जलस्तर बढ़कर 1.25 लाख क्यूसेक हुआ
सुल्तानपुर लोधी में ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति गंभीर है। आहलीकलां करमूवाला पट्टन और आहलीखुर्द में धुस्सी बांध क्षतिग्रस्त हो गया है। राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने किसानों की मदद से आहलीकलां गांव में बांध को मज़बूत किया। ड्रेनेज विभाग के अनुसार पौंग बांध से ब्यास नदी में पानी छोड़ा गया है जिससे जलस्तर बढ़ गया है।
जागरण संवाददाता, सुल्तानपुर लोधी। उफनती ब्यास नदी का जलस्तर फिर से बढ़कर 1.25 लाख क्यूसेक हो जाने से बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इससे सुल्तानपुर लोधी के मंड क्षेत्र के सबसे अधिक प्रभावित गांवों आहलीकलां, करमूवाला पट्टन और आहलीखुर्द में एडवांस धुस्सी बांध पांच जगह क्षतिग्रस्त होने से कमजोर हो गया है।
राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने अपने सेवादारों को साथ लेकर किसानों की मदद से आहलीकलां गांव में 1000 फुट लंबे एडवांस धुस्सी बांध को मज़बूत किया है। यह बांध ब्यास नदी के बाढ़ के पानी से हुए मिट्टी के कटाव के कारण कमज़ोर हो गया था। सीचेवाल ने बताया कि किसानों की मदद से बांध के चार और कमज़ोर बिंदुओं को मज़बूत करने का काम जारी है और जल्द ही कमज़ोर बिंदुओं को मज़बूत कर दिया जाएगा।
ड्रेनेज विभाग के एक्सईएन सरताज सिंह रंधावा के अनुसार, पौंग बांध से आज उफनती ब्यास नदी में 75 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस समय दरिया में 1.25 लाख क्यूसेक पानी बह रहि है। वह टीम के साथ मंड बाऊपुर का दौरा कर रहे हैं। यहां पानी का स्तर कम हो रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर पहाड़ों में बारिश रुक जाती है तो आने वाले दिनों में उफनती ब्यास नदी के जलस्तर में कमी आने से सबसे अधिक प्रभावित गांवों की स्थिति में सुधार होगा। इसके बाद वह गिद्ददड़पिंडी का मुआयना करेंंगे। वहीं, ढिलवां में एसडीओ ड्रेनेज पूरी स्थिति पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि धुस्सी बांध बरकरार है और उसे कोई खतरा नहीं है।
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