समाजसेवक धर्मपाल पैंथर का कनाडा में सम्मान
आरसीएफ के धर्मपाल पैंथर को समाजसेवा में बेहतरीन सेवा निभाने के लिए सम्मानित किया गया। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कपूरथला :आंबेडकर इंटरनेशनल सोशल रिफोर्म आर्गेनेनाइजेशन कनाडा की तरफ से आंबेडकरी मिशन को समर्पित, सामाजिक कार्यकर्ता एवं एसरो पंजाब इकाई के महासचिव और आरसीएप एससीएसटी सोसायटी के महासचिव धर्मपाल पैंथर को सम्मानित किया गया। तंदूरी फ्लेम रेस्टोरेंट डेल्टा कनाडा में आयोजित समारोह के दौरान धर्मपाल पैंथर के संघर्ष की सराहना की गई। समारोह की अध्यक्षता एसरो कनाडा के अध्यक्ष रशपाल सिंह भारद्वाज, महासचिव जोगिदर सिंह बंगड़, कैशियर मदन कालड़ा और धर्मपाल पैंथर की ओर से संयुक्त रुप से की गई। मंच संचालन की भूमिका निभा रहे महासचिव जोगिदर सिंह बंगड़ ने कहा कि पैंथर का जीवन बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा। बाबा साहेब की विचारधारा के वाहक होने के नाते उन्होंने स्कूल स्तर से लेकर कालेज तक कई संघर्ष किए। रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में अपने रोजगार दौरान, उन्होंने गुरु रविदास और बाबा साहेब के दर्शन का प्रचार प्रसार किया और विभिन्न संगठनों में महत्वपूर्ण पदों पर सक्रिय भूमिका निभाते हुए पिछड़े वर्ग की संस्थाओं को ऊंचाइयों पर ले गए।
एसरो के अध्यक्ष रशपाल सिंह भारद्वाज ने कहा कि आज हम उस शख्सियत का सम्मान कर रहे हैं जिसने ना केवल कपूरथला बल्कि देश विदेश में दलित लोगों को अंबेडकर विचारधारा से जोड़ा है। धर्मपाल पैंथर ने क्षेत्र में समाज सेवा के लिए काफी ख्याति अर्जित की है। वे हमेशा गरीबों का जीवन स्तर को ऊपर उठाने का प्रयास करते हैं। भारद्वाज ने कहा कि भविष्य सामाजिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जल्द ही एसरो का विस्तार किया जाएगा।
महासचिव धर्मपाल पैंथर ने सम्मान के लिए धन्यवाद करते हुए कहा कि समाज सेवा का कार्य बहुत ही कठिन कार्य है। कनाडा में रहने वाले एनआरआइ का जीवन अच्छा है फिर भी वह भारत में रह रहे अपने लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। वे सभी बधाई के पात्र हैं। देश-विदेश में बढ़ती जातिवाद पर चिता जताते हुए उन्होंने कहा कि हमें अपनी जाति का गौरव छोड़कर अंबेडकरी विचारधारा से जुड़ने की जरूरत है। पैंथर ने कहा कि पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए आने वाला समय बहुत ही मुश्किलों भरा है। अगर हम एक साथ नहीं लड़ेंगे तो समाज की प्रगति बाधित होगी। एसरो ने धर्म पाल पैंथर और उनकी पत्नी पाल कौर पैंथर को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। पैंथर परिवार ने पूरी टीम को अपनी किताब नवींयां लीहां, भारतीय संविधान और कलम भेंट किए गए। समागम को सफल बनाने के लिए सुखविदर महे, गुरमेल पाल, अनुराग भाटिया, विजय कुमारी बंगे, प्रवीण महे, आशा रानी, मल्लिका गौतम, सुखदीप बंगे, मनप्रीत महे, मंजील बंगे, प्रागुन पाल और गुरबख्श कौर पाल आदि ने अहम भूमिका निभाई।

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