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    सिविल अस्पताल में दवाइयों की कमी, मरीज परेशानी

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 09 Feb 2022 11:12 PM (IST)

    कपूरथला सिविल अस्पताल में दवाइयों की कमी से मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ती है।

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    सिविल अस्पताल में दवाइयों की कमी, मरीज परेशानी

    नरेश कद, कपूरथला

    विरासती शहर के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को अस्पताल की फार्मेसी से दवा नहीं मिलती है। सिविल अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीज जब डाक्टर की तरफ से दी गई पर्ची लेकर अस्पताल के फार्मेसी में जाते हैं तो उन्हें दवाइयां नहीं मिलती है। मरीजों को मजबूरन निजी मेडिकल स्टोर से दवा खरीदनी पड़ती है। इससे मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सिविल अस्पताल में स्पेशलिस्ट डाक्टरों और स्टाफ नर्सो की भी कमी है। अस्पताल में उपचार के आने वाले गंभीर मरीजों को सेहत सुविधाओं के अभाव में निजी अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है।

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    उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार की ओर से सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाने के कई योजनाएं चलाई जा रही है और बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। हकीकत में योजनाओं को अमलीजामा जामा नही पहनाया जाता। पिछले कुछ वर्षों के दौरान कपूरथला सिविल अस्पताल में मरीजों को कम मूल्य में अल्ट्रासाउंड, डायलिसिस तथा डेंगू सहित अन्य बीमारियों के टेस्ट की सुविधा मिल रही है लेकिन सिविल अस्पताल में डाक्टरों की ओर से लिखी गई दवाइयां मरीजों को अस्पताल नहीं मिल रही। लोग निजी मेडिकल स्टोर से महंगे रेटों पर दवाईयां खरीदने को मजबूर हैं। अस्पताल में उपचार करवाने आए मरीजों की पर्ची पर जो दवाई लिखी जाती है वह सिविल अस्पताल की फार्मेसी में नहीं मिलती। अगर दवाइयों में साल्ट की बात की जाए तो समान साल्ट की दवा सिविल अस्पताल के फार्मेसी तथा जन औषधि केंद्र में उपलब्ध होती हैं लेकिन मरीज की पर्ची पर जो दवा खरीदने के लिए चिकित्सक सुझाव देता है वह निजी मेडिकल स्टोर में ही उपलब्ध रहता है।

    मरीज बोले- अस्पताल में दवाइयां मुहैया करवाया जाए

    सिविल अस्पताल में उपचार करवाने के लिए पहुंचे कपूरथला निवासी राम कुमार, निधी चौहान, राहुल कुमार, बखशों, संतोख रानी, दलजीत कुमार, अशोक कुमार, परमजीत सिंह, लखवीर कौर टिम्मा आदि ने बताया कि डाक्टर की ओर से लिखी गई दवा उन्हें अस्पताल के फार्मेसी में नहीं मिली। मजबूरन उन्हें बाहर मेडिकल स्टोर से दवाइयां खरीदनी पड़ी। उन्होंने सरकार से अस्पताल में दवा मुहैया करवाने की मांग की।

    डाक्टरों को अस्पताल के फार्मेसी में मिलने वाली दवा लिखने के दिए गए आदेश : सिविल सर्जन

    सिविल सर्जन डा. गुरिदरबीर कौर का कहना है कि सिविल अस्पताल के फार्मेसी में सरकार की तरफ से भेजी गई दवाइयों का स्टाफ उपलब्ध है। कई बार दवाइयां कम होने के चलते डाक्टर निजी मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली दवा मरीजों को लिखकर देते हैं ताकि उपचार में कमी न रहे। डाक्टरों को अस्पताल के फार्मेसी में उपलब्ध दवाइयां ही लिखने के आदेश दिए गए हैं।