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    Punjab Technical University: हॉस्टल के लड़कों संग डांडियां की नहीं मिली अनुमति, आक्रोशित छात्राओं ने दिया धरना

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 05:30 AM (IST)

    कपूरथला के आईकेजी-पीटीयू में छात्राओं ने डांडिया की अनुमति न मिलने पर प्रदर्शन किया। उन्होंने डीन पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया और लड़के-लड़की में भेदभाव करने की बात कही। छात्राओं ने कार्यक्रम में समानता और सुरक्षा की मांग की। वीसी ने सुरक्षा कारणों से डीन के फैसले को सही ठहराया और हॉस्टल बंद करने की चेतावनी दी।

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    छात्राओं का धरना प्रदर्शन जारी। (फोटो जागरण)

    जागरण संवाददाता, कपूरथला। हॉस्टल के लड़कों संग डांडियां की अनुमति न देने पर इंद्रकुमार गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिर्वसिटी (आइकेजी-पीटीयू) के बाहर सोमवार की शाम को अचानक हॉस्टल की छात्राओं ने धरना लगा दिया।

    प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने पीटीयू मेन कैंपस के डीन स्टूडेंट वेलफेयर पर दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं। विभिन्न मांगों को लेकर छात्राएं हाथों में तख्तियां अपनी मांगों को मनवाने के लिए नारेबाजी कर रही थी।

    इस धरने को लड़कों ने भी समर्थन दिया। धरने की सूचना मिलते ही चौकी साइंस सिटी इंचार्ज पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए।

    सोमवार की शाम करीब गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली करीब 165 छात्राओं ने मेन कैंपस के बाहर गेट पर धरना दे दिया। छात्राओं ने कहा कि यूनिर्वसिटी के डीन स्टूडेंट वेलफेयर ने छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया है।

    लड़का-लड़की में किया जा रहा भेद

    उन्होंने कहा कि यहां पर लड़के-लड़की में भेद किया जा रहा है। छात्राओं ने बताया कि उन्होंने लड़कों संग डांडियां नृत्य करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन डीन स्टूडेंट वेलफेयर ने केवल लड़कियों को ही डांडियां की अनुमति दी।

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    जब उनसे ऐसा करने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि इसकी इंवेंट की जिम्मेदारी कौन लेगा? बोले, अगर ऐसा करना है तो वह होटल बुक करके डांडियां डांस कर सकते हैं।

    छात्राओं ने आरोप लगाया कि उनके साथ गलत व्यवहार किया गया है। इस मामले को लेकर वह वीसी से भी मिल चुके हैं, लेकिन वीसी की ओर से भी कोई ध्यान नहीं दिया गया है। एक सप्ताह से वह इस मसले को उठा रहे हैं, जब उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने मजबूरन धरना प्रदर्शन करना पड़ा।

    उन्होंने कहा कि उनकी तीन मांगें डीन स्टूडेंट वेलफेयर को डिसमिस किया जाए, हमें लिखित में दिया जाए कि कॉलेज से संबंधित इंवेंट्स में छात्राओं से दुर्व्यवहार नहीं होगा, इंवेट्स में लड़के-लड़कियों को बराबर मौका, सांस्कृतिक कार्यक्रम बढ़ावा और इंवेट्स के लिए अधिकारिक सुरक्षा मुहैया करवाई जाए।

    उन्होंने बताया कि जब तक वीसी खुद आकर उनकी मांगों को लिखित में नहीं मानते हैं, तब तक वह धरना से नहीं उठेंगे। उधर, धरने की सूचना मिलने पर चौकी साइंस सिटी के इंचार्ज एएसआई पूरन चंद, एएसआई जगदीश कुमार और थाना सदर की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई थी।

    रात 10 बजे का समय मांग रही थी लड़कियां

    वहीं, मामले में पीटीयू के वीसी डॉ. सुशील मित्तल ने कहा कि छात्राएं यूनिर्वसिटी में लड़कों के साथ डांडियां इंवेट्स में भाग लेना चाहती थी, जिसकी प्रबंधन ने सीमित समय के लिए शाम आठ बजे तक अनुमति दे दी थी, लेकिन छात्राएं रात दस बजे तक का समय मांग रही थी।

    इस पर डीन स्टूडेंट वेलफेयर ने सुरक्षा कारणों से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि डीन ने यूनिर्वसिटी के बिहाव पर जो किया वह बिल्कुल सही है, यूनिर्वसिटी डीन के साथ है। यदि छात्राएं नहीं मानीं तो वह हॉस्टल बंद कर रहे हैं।

    छात्राओं के अभिभावकों को बता दिया गया है। इसकी सारी जिम्मेदारी छात्राओं और उनके अभिभावकों की होगी। इस दौरान बच्चों की पढ़ाई खराब होने की जिम्मेदारी भी छात्राओं की हैं। वहीं, इस मामले में यूनिर्वसिटी प्रबंधन की ओर से जिला प्रशासन को भी लिखित में सूचित किया जा रहा है।