Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कपूरथला: बाढ़ के कहर से मंड क्षेत्र में श्मशान घाट डूबा, घर के आंगन में करना मां का पड़ा अंतिम संस्कार

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 08:29 PM (IST)

    सुल्तानपुर लोधी के मंड क्षेत्र में बाढ़ के कारण गांव सांगरा के श्मशानघाट में जलभराव हो गया। इस वजह से एक परिवार को अपनी 75 वर्षीय माता का अंतिम संस्कार घर के आंगन में करना पड़ा। राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने मोटर बोट से पहुंचकर शोक जताया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

    Hero Image
    श्मशानघाट में भरा पानी, आंगन में ही करना पड़ा अंतिम संस्कार (प्रतीकात्मक फोटो)

    संवाद सहयोगी, सुल्तानपुर लोधी\कपूरथला। सुल्तानपुर लोधी के मंड बाउपुर क्षेत्र में बाढ़ से हुई तबाही ने जहां बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है, वहीं गांव सांगरा के श्मशानघाट में जलजमाव के कारण एक परिवार को अपनी बुजुर्ग माता का अंतिम संस्कार घर के आंगन में ही करना पड़ा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जानकारी के अनुसार 18 सितंबर को गांव सांगरा की बुजुर्ग गुरनाम कौर (75) का निधन हो गया था। गांव के चारों ओर ढाई-तीन फीट पानी खड़ा होने के कारण वहां संस्कार करना संभव नहीं था। आखिरकार पीड़ित परिवार को बुजुर्ग का संस्कार घर के ही एक हिस्से में करना पड़ा।

    इस दौरान राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल मोटर बोट से पीड़ित परिवार के घर शोक जताने पहुंचे। इसके बाद सीचेवाल किसान नेता कुलदीप सिंह सांगरा के घर भी नाव के जरिए पहुंचे, जहां उन्होंने परिवार से संवेदना व्यक्त की।

    इस दौरान परिवार के सदस्यों ने बताया कि उनके गांव में अभी तक सिर्फ नाव के सहारे ही आवागमन संभव है। वहीं, ब्यास नदी का पानी उतरने पर बांध बनाने की तैयारी के लिए सीचेवाल ने जेसीबी और एक्सावेटर मशीन देने का आश्वासन दिया। गांव के सरपंच ने कहा कि एमपी लैंड फंड से राज्यसभा सदस्य संत सीचेवाल ने मोटर बोट दी थी।

    उसी से नजदीकी रिश्तेदारों को लाया गया। वहीं, अगर नाव न होती तो आना-जाना बेहद मुश्किल हो जाता। दूसरी ओर स्कूली बच्चों के माता-पिता के लिए पानी अब भी बड़ी चुनौती बना हुआ है। अभिभावक बच्चों को तैयार कर नाव में बिठाकर स्कूल बस तक छोड़ने जाते हैं।