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    घुटनों की सर्जरी में कारगर है दूरबीन तकनीक : इंद्रदीप

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 11 Jul 2019 02:38 AM (IST)

    आइएमए की सीएमई बैठक का आयोजन प्रधान डा. सुरजीत कौर की अध्यक्षता में किया गया।

    घुटनों की सर्जरी में कारगर है दूरबीन तकनीक : इंद्रदीप

    जागरण संवाददाता, कपूरथला : आईएमए की सीएमई बैठक का आयोजन प्रधान डॉ. सुरजीत कौर की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में अमनदीप अस्पताल अमृतसर के वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. इंद्रदीप सिंह और नाड़ी व स्पाइन सर्जन डॉ. उदय रसवान विशेष तौर पर शामिल हुए। डॉ. इंद्रदीप सिंह ने बताया कि घुटनों (लीगामेंट) की सर्जरी में दूरबीन तकनीक बेहद लाभदायक है। स्पो‌र्ट्स व दुर्घटना के शिकार हुए मरीजों का दूरबीन तकनीक के साथ उपचार किया जाता है।

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    उन्होंने बताया कि आधुनिक विधि के चलते उक्त मरीज कुछ ही दिनों में रिकवरी कर अपनी सामान्य दिनचर्या में लौट आते हैं। विशेष तौर पर स्पो‌र्ट्स मैन कुछ ही दिनों के उपचार के बाद पूरे दमखम के साथ खेल मैदान में उतरकर पूरे जोश के साथ खेलते हैं।

    इस दौरान डॉ. इंद्रदीप सिंह ने लीगामेंट सर्जरी से संबंधित आधुनिक उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी मुहैया करवाई। इसी तरह डॉ. उदय रसवान ने नाड़ी व स्पाइन रोग के विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि दूरबीन प्रणाली के साथ रीढ़ की हड्डी व डिस्क रोग की जटिल स्थिति को काबू में पाया जा सकता है। उक्त प्रणाली के तहत मरीज का किया गया आप्रेशन बहुत ही सटीक व सफल होता है और व्यक्ति आप्रेशन के बाद पूरी तरह से राहत महसूस करते हुए सामान्य जीवन व्यतीत करता है। इसके उपरांत आइएमए अध्यक्ष डा. सुरजीत कौर ने डॉ. इंद्रदीप सिंह व डॉ. उदय रसवान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने महत्वपूर्ण विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी देकर विशेषज्ञ डाक्टरों के ज्ञान में बड़े स्तर पर वृद्धि की है जिसका फायदा मरीजों को सीधे तौर पर प्राप्त होगा। बैठक में आइएमए सदस्यगणों ने डॉ. इंद्रदीप सिंह व डॉ. उदय रसवान को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया।

    इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. जसमीत कौर बावा, आइएमए के डॉ. सर्बजीत सिंह, डॉ. बीएस मोमी, डॉ. रणजीत राय, डॉ. कमलजीत कौर, डॉ. हरजीत सिंह, डॉ. स्वाति, डॉ. शरणजीत सिंह, डॉ. मनजीत कौर, डॉ. अर्शदीप मोमी, डॉ. हरप्रीत मोमी, डॉ. संदीप धवन, डॉ. सिम्मी धवन, डॉ. वरिदर कौर, डॉ. पलक आनंद, डॉ. ज्ञान चंद मांगट, डॉ. आशा रानी, डॉ. विपन अरोड़ा, डॉ. अंजू अरोड़ा, डॉ. प्रिसजीत सरगोधिया, डॉ. अमनदीप कौर, डॉ. जेएस वधवा, डॉ. मोहनप्रीत सिंह, डॉ. राजेश्वर सिंह अरोड़ा, डॉ. डीके मित्तल, डॉ. आरपी भोला, डॉ. राजीव पराशर डॉ. ममता शर्मा, डॉ. एसएस गिल, डॉ. बरिदर गिल, डॉ. नरिदर सिंह तेजी, डॉ. तवनीत सिंह, डॉ. एचएल महमी, डॉ. जेएस थिद, डॉ. मधूसुदन संगर, डॉ. राजेश मोहन, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. राजीव भगत, डॉ. बीएस वालिया, डॉ. नीना शर्मा, डॉ. नवरोज, डॉ. सुखविदर कौर के अलावा बड़ी संख्या में सदस्यगण शामिल थे।