संत सीचेवाल का कपूरथला के गांवों को तोहफा, 14 लाख से अधिक की लागत से पानी के टैंकर भेंट
राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कपूरथला के चार गांवों को 14 लाख 63 हजार रुपये से अधिक की लागत से पानी के टैंकर भेंट किए। सरपंचों ने इन टैंकरों को गांव के सामूहिक आयोजनों और दलित परिवारों की शादियों के लिए उपयोगी बताया। उन्होंने संत सीचेवाल द्वारा बाढ़ पीड़ितों की सेवा करने के प्रयासों की भी सराहना की।

संवाद सहयोगी, सुल्तानपुर लोधी। राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने अधिकारिक फंड से 14 लाख 63 हज़ार रुपये से अधिक की ग्रांट जारी कर चार गांवों को पानी के टैंकर सौंपे हैं। ये 5-5 हज़ार लीटर क्षमता वाले टैंकर पर्यावरण संरक्षण और गांवों की जरूरतें पूरी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
कपूरथला के जिन गांवों को ये टैंकर दिए गए हैं उनमें – जैनपुर, शाहवाला अन्दरीसा, हैबतपुर और तलवंडी चौधरियां शामिल हैं। इन गांवों की ग्राम पंचायतों ने संत सीचेवाल जी का धन्यवाद करते हुए कहा कि ये टैंकर न सिर्फ़ गाँव के सामूहिक समारोहों में उपयोगी होंगे बल्कि दलित परिवारों की शादियों में भी बेहद लाभदायक साबित होंगे।
पांच हज़ार लीटर क्षमता वाले ये टैंकर गांवों और आसपास लगाए पौधों को पानी देने के साथ-साथ विभिन्न अवसरों पर पानी की ज़रूरत पूरी करने में सहायक रहेंगे। गांव तलवंडी चौधरिया के सरपंच बलविंदर सिंह ने संत सीचेवाल जी का सम्मान करते हुए कहा कि पानी के टैंकर की ज़रूरत पूरी कर गांववासियों की बड़ी सहायता की गई है, जिससे पर्यावरण को हरा-भरा बनाने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि संत सीचेवाल बाढ़ के समय भी पहले दिन से ही जिस तरह पीडितों की सेवा में लगे हुए हैं, वह काबिल-ए-तारीफ़ है। इस मौके पर उन्होंने पूरे नगर की ओर से बाढ़ पीडितों की सेवा के लिए 50 हज़ार रुपये का योगदान भी दिया।
गांव शाहवाला अंदरीसा के सरपंच जोगिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में कई राजनीतिक नेताओं को देखा है, पर संत सीचेवाल जी जैसी गंभीरता और पारदर्शिता से काम करने वाला कोई नहीं देखा।
उन्होंने कहा कि संत सीचेवाल इतने बड़े पद पर होते हुए भी आम लोगों के बीच सहज रूप से रहते हैं। गांव जैनपुर के सरपंच मेजर सिंह और गाँव हैबतपुर के सरपंच बलबीर सिंह ने कहा कि उनके गांवों को पानी के टैंकर की बहुत ज़रूरत थी। हर साल बड़े स्तर पर आयोजनों के दौरान पानी की कमी के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
इसके अलावा हर साल लगाए गए पौधे भी पानी की कमी के कारण सूख जाते थे, लेकिन अब इन टैंकरों से सभी पौधे सुरक्षित रह सकेंगे। इस अवसर पर ग्राम पंचायतों के सदस्यों सहित गांवों की अन्य प्रमुख हस्तियां भी मौजूद थीं।
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