Kapurthala News: अस्पताल की फार्मेसी में नहीं मिलती डाक्टरों की ओर से लिखी दवा, मरीज परेशान
Kapurthala News सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीज जब डाक्टर की तरफ से दी गई पर्ची लेकर अस्पताल फार्मेसी में जाते हैं तो उन्हें दवाइयां नहीं मिलती हैं। मरीजों को मजबूरन निजी मेडिकल स्टोर से दवा खरीदनी पड़ती है। इससे मरीजों को आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ती है।
कपूरथला, नरेश कद: विरासती शहर के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीज जब डाक्टर की तरफ से दी गई पर्ची लेकर अस्पताल फार्मेसी में जाते हैं तो उन्हें दवाइयां नहीं मिलती हैं। मरीजों को मजबूरन निजी मेडिकल स्टोर से दवा खरीदनी पड़ती है। इससे मरीजों को आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ती है।
बता दें कि सिविल अस्पताल में ज्यादा तर वही मरीज आते हैं जो कि आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। सिविल अस्पताल में माहिर डाक्टरों और स्टाफ नर्सों की भी कमी है। अस्पताल में उपचार के आने वाले गंभीर मरीजों को सेहत सुविधाओं के अभाव में निजी अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार की ओर से सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाने के कई योजनाएं चलाई जा रही है और बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। हकीकत में योजनाओं को अमलीजामा जामा नहीं पहनाया जाता।
पिछले कुछ वर्षों के दौरान कपूरथला सिविल अस्पताल में मरीजों को कम मूल्य में अल्ट्रासाउंड, डायलिसिस तथा डेंगू सहित अन्य बीमारियों के टेस्ट की सुविधा मिल रही है, लेकिन सिविल अस्पताल में डाक्टरों की ओर से लिखी गई दवाइयां मरीजों को अस्पताल नहीं मिल रही। लोग निजी मेडिकल स्टोर से महंगे रेटों पर दवाइयां खरीदने को मजबूर हैं।
अगर दवाइयों में साल्ट की बात की जाए तो समान साल्ट की दवा सिविल अस्पताल के फार्मेसी तथा जन औषधि केंद्र में उपलब्ध होती हैं, लेकिन मरीज की पर्ची पर डाक्टर जो दवा लिखता है वह निजी मेडिकल स्टोर में ही मिलि पाती है।
मरीज बोले
अस्पताल में दवाइयां मुहैया करवाया जाए सिविल अस्पताल में उपचार करवाने के लिए पहुंचे कपूरथला निवासी राम कुमार, निधी चौहान, राहुल कुमार, बखशों, संतोख रानी, दलजीत कुमार, अशोक कुमार, परमजीत सिंह, लखवीर कौर टिम्मा आदि ने बताया कि डाक्टर की ओर से लिखी गई दवा उन्हें अस्पताल की फार्मेसी में नहीं मिली। मजबूरन उन्हें निजी मेडिकल स्टोर से दवाइयां खरीदनी पड़ीं। उन्होंने सरकार से अस्पताल में दवा मुहैया करवाने की मांग की।
डाक्टरों को फार्मेसी में उपलब्ध दवा लिखने के दिए हैं आदेश : सिविल सर्जन
उधर, सिविल सर्जन डा. गुरिदरबीर कौर का कहना है कि सिविल अस्पताल के फार्मेसी में सरकार की तरफ से भेजी गई दवाइयों का स्टाक उपलब्ध है। कई बार दवाइयां कम होने के चलते डा. निजी मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली दवा मरीजों को लिख देते हैं ताकि उपचार में कमी न रहे। डाक्टरों को अस्पताल के फार्मेसी में उपलब्ध दवाइयां ही लिखने के आदेश दिए गए हैं।