कपूरथला: व्यास नदी के बढ़ते जलस्तर से गांवों में फिर बाढ़, ग्रामीणों की उम्मीदों को लगा बड़ा झटका
कपूरथला-व्यास नदी में जलस्तर बढ़ने से बागुवाल और कंमेवाल जैसे गांवों में दोबारा पानी भर गया है जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में पानी भरने से सब्जियां खराब हो गई हैं। कंमेबाल जाने वाले रास्ते पर पानी आने से लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है और वे बांध पर रहने को मजबूर हैं।

संवाद सहयोगी, कपूरथला। व्यास नदी में पानी का स्तर बढ़ने से कपूरथला के कई गांव में फिर से पानी घुस आया है। धुसी बांध के अंदर के गांव बागुवाल के खेतों में अब फिर से पानी ने दस्तक दे दी है जिससे किसानों की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। वही गांव कंमेबाल की तरफ जाते रास्ते पर भी पानी आ गया है जिससे गांव में अब पैदल जाना संभव हो गया है।
गांव के लोगों ने अब फिर से बांध पर वापसी कर जहां रहना शुरू कर दिया है। गांव पूर्व सरपंच सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वह अपने खेतों से पानी सूखने पर सब्जियों की खेती की तैयारी कर रहे थे तभी उनके खेतों में फिर से पानी आ गया है जिससे उनकी उम्मीद को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने बताया कि आप खेतों में फिर से दो से तीन फीट पानी भर गया है।
वही गांव बागुवाल की पंचायत के अंतर्गत ही पढ़ते गांव कंमेवाल में भी पानी आ गया है। जिसके चलते आप गांव को जाने वाले रास्ते पर भी पानी आ गया है। लोगों को फिर से अपने घरों में पहुंचने के लिए किश्ती का सहारा लेना पड़ रहा है। गांव के लोगों ने अब फिर से बांध पर रहना शुरू कर दिया है।
क्योंकि गांव की तरफ जाती सड़क पर एक बड़ा खड्डा पड़ा हुआ है। वही किरती किसान यूनियन के नेता गुरदयाल सिंह बुह ने कहा जिला प्रशासन को अब टूटी हुई सड़कें को जल्द से जल्द ठीक करवाना चाहिए वहीं जहां पर सड़कों में पुलियों की जरूरत है वहां पर पुलियां डालनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गुरुद्वार गुरसर साहिब पातशाही छठी गांव सैफलाबाद की तरफ से पिछले एक महीने से दोनों गांव को लंगर की सेवा मुहैया करवाई जा रही है।
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