कपूरथला के होटल में साइबर ठगी का खौफनाक खेल, 38 ठगों के अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़
कपूरथला पुलिस ने फगवाड़ा के एक होटल में चल रहे अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने 38 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से लैपटॉप मोबाइल फोन और नकदी बरामद की है। आरोपी रात में कॉल सेंटर चलाते थे और विदेशी नागरिकों को साइबर ठगी का शिकार बनाते थे।

अमित ओहरी, फगवाड़ा। जिला कपूरथला की साइबर क्राइम पुलिस की तरफ से फगवाड़ा की थाना सिटी पुलिस को साथ लेकर फगवाड़ा के पलाही रोड पर स्थित द ताज विला रिसोर्ट एंड होटल में चल रहे अंतरराष्ट्रीय बड़े साइबर धोखाधड़ी रैकेट को लेकर फगवाड़ा में भारी हलचल हैं और लोगों में इस बात को लेकर हैरानी हैं कि शहर के बीचों बीच साइबर धोखाधड़ी का इतना बड़ा नेटवर्क चलता रहा, लेकिन किसी को कानों कान खबर नही हुई।
पुलिस की तरफ से इस अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी नेटवर्क का मास्टरमाइंड बताए जाते अमरिंदर सिंह उर्फ साबी टोहरी का विवादों से पुराना नाता रहा है। बताया जाता हैं कि साबी टोहरी पर पहले भी करीबन 5 क्रिमिनल केस चल रहे हैं। पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह पूरा धंधा पिछले कुछ महीने से चल रहा था।
होटल के पार्टी हाल में चल रहे इस फर्जी कॉल सेंटर के साथ मौके पर करीब 38 लोग मौजूद थे। इनमें 32 पुरूष और 6 महिलाएं शामिल थी। आरोपितों का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हुआ था, जिनमें दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, झारखंड, नागालैंड, जम्मू-कश्मीर, मेघालय, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और पंजाब शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक यह रैकेट बैंक या टेक कंपनी का कर्मचारी बनकर लोगों को फोन करता था। फिर स्क्रीन शेयरिंग ऐप के जरिये लोगों की बैंक डिटेल्स और पासवर्ड तक पहुंचकर ऑनलाइन ठगी करता था। पुलिस ने मौके से 40 लैपटॉप, 67 मोबाइल फोन और 10 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं।
पुलिस के मुताबिक इस साइबर धोखाधड़ी रैकेट में शामिल आरोपित रात 9 बजे से 3 बजे तक इस काम को शुरू करते थे और यह अधिकतर अमेरिका व कनाडा के लोगों को अपना शिकार बनाते थे। पुलिस अब इस मामले की पूरी गहराई से जांच में जुट गई है।
साइबर क्राइम थाना कपूरथला की इंस्पेक्टर अमनदीप कौर को वीरवार देर रात गुप्त सूचना मिली कि पलाही रोड, फगवाड़ा स्थित द ताज विला रिसोर्ट एंड होटल की पहली मंजिल पर बने पार्टी हॉल में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है। सूचना में यह भी बताया गया कि यहां बडे पैमाने पर साइबर फ्रॉड की वारदातें हो रही हैं और कई युवक-युवतियां इसमें शामिल हैं।
सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर अमनदीप कौर ने फगवाड़ा के डीएसपी भारत भूषण को जानकारी दी। तुरंत फगवाड़ा पुलिस और साइबर क्राइम टीम को अलर्ट कर संयुक्त कार्रवाई का निर्णय लिया गया। इसके बाद टीम को सरकारी और निजी गाड़़ियों में रवाना किया गया, ताकि होटल पर अचानक छापा मारा जा सके।
पुलिस टीम रात होटल पहुंची और पार्टी हॉल में छापेमारी की। अंदर करीब 3 कंप्यूटर कैबिन में युवक-युवतियां लैपटॉप पर काम करते हुए मिले। पुलिस को देखते ही वहां अफरातफरी मच गई। तीन लोग- जसप्रीत सिंह, साजन मदान और वरुण उर्फ रोहन मौके पर ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
पुलिस ने सभी आरोपितों को तुरंत लैपटॉप से अलग किया और डिवाइस की जांच की।सक्रीन पर ऑनलाइन ठगी से जुड़े सबूत मिले, जिनमें सक्रीन शेयरिंग ऐप्स और बैंक डिटेल्स से जुड़ी जानकारी थी। इसके बाद पुलिस ने सभी 38 लोगों को गिरफ्तार कर केस दर्ज कर लिया।
डीएसपी दलजीत सिंह ने बताया कि यह साइबर धोखाधड़ी का बहुत बड़ा मामला है और पुलिस इस पूरे मामले की पूरी सूक्ष्मता से जांच में जुटी हुई हैं। उन्होंने बताया कि आज शनिवार को सभी आरोपितों को माननीय अदालत में पेश करके उनका पुलिस रिमांड हासिल करेगी।
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