पत्नी ने हनी ट्रैप में फंसाकर पति को कराया गिरफ्तार, धोखा देकर करता था शादियां
एक व्यक्ति नाम बदल झांसा देकर शादियां करता था। उसने चंडीगढ़ की एक युवती से शादी की और मोटी रकम लेकर फरार हो गया। इसके बाद पत्नी ने हनी ट्रैप में उसे फंसा कर पुलिस से पकड़वाया।
जेएनएन, जालंधर। खुद को अमेरिका का स्थायी निवासी बताकर लड़कियों को शादी का झांसा देकर 'हनी ट्रैप' में फंसाने वाला अपने ही जाल में फंस गया। वह लड़कियों को शादी कराकर अमेरिका में बसने का सपना दिखाता था। उसने चंडीगढ़ की युवती से शादी कर माेरी रकम ऐंठकर फरार हो गया। इसके बाद वह पत्नी द्वारा 'हनी ट्रैप' में फंस गया। पत्नी ने एक शादी के वेबसाइट पर नाम बदलकर शादी का झांसा दिया और फिर वह पुलिस के हत्थे चढ1 गया। पुलिस ने पति को पकड़वाने वाली इस महिला को सम्मानित किया।
वह नाम बदलकर चार शादियां कर मोटी रकम ऐंठ चुका था। उसकी एक पत्नी ने नाम बदलकर शादी का झांसा दिया और उसे दिल्ली बुलाया। उसके इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर प्लेन से उतरते ही पुलिस ने दबोच लिया। आरोपी अमेरिका से निकाला हुआ है। उस पर ठगी के चार मामला हैं और इनमें वह भगोड़ा घोषित है। अब जालंधर की थाना 7 की पुलिस उसकाे दिल्ली से ट्रांजिट रिमांड पर लाएगी।
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सीपी प्रवीन कुमार सिन्हा ने बताया कि आरोपी जालंधर के ग्रीन एवेन्यू निवासी जगजीत सिंह है। वह कुछ साल पहले अमेरिका में रहा था। ठगी के मामलों में उसे अमेरिका से निकाला गया था। इसके बाद से वह भारत में ठगी का धंधा चला रहा था।
यहां वह लितरा पिंड निवासी बुआ गुरदेव कौर, उसका दामाद सतनाम सिंह, नूरमहल के जागो संघे गांव में रहने वाली उसकी बेटी बलजीत कौर और महितपुर में सरकपुर निवासी दोस्त कमलजीत सिंह उर्फ कमल बाबा की मदद से नई लड़कियों से मिलता था। रिश्तेदार उसे अमेरिका में रहनेवाला बताते थे।
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जानकारी के अनुसार, इसी वर्ष 5 फरवरी को उसने चंडीगढ़ के सेक्टर 35-ए की रहने वाली नवजोत कौर से शादी की थी। नवजोत अप्रैल, 2016 को इंग्लैंड से पढ़़ाई कर भारत आई थी। एक मैरिज वेबसाइड पर जगजीत ने शादी के लिए विज्ञापन दिया था। इसी के जरिए दोनों के बीच संपर्क हुआ और इसके बाद उनकी चंडीगढ़ में मुलाकात हुई। जगजीत ने खुद का अमेरिका में कैलीफोर्निया का स्थायी निवासी बताया। उसने खुद का ट्रकों का कारोबार बताया था।
जानकारी के अनुसार, नवजोत ने मोहाली में रहने वाले महिंदर पाल सिंह नामक एक व्यक्ति से वेरिफाई भी कराया था। नवजोत ने बताया कि पिता मंजीत सिंह की सेहत खराब और घर में दो मौतें होने के कारण उसने ठीक से जांच किए बगैर हामी भर दी। शादी जालंधर में गुरुद्वारे में हुई। यहां जगजीत सिंह ने बस स्टैंड के पास आठ दिनों तक ग्रांड होरिजन होटल में रखा। फिर वह उसे 13 अप्रैल, 2017 को मनाली ले गया।
नवजोत के अनुसार, मनाली से लाैटने के बाद जगजीत सिंह उसे चार दिन बलजीत कौर के घर और दो दिनों तक दोस्त कमल के घर पर ठहराया। इस दौरान उसकी सेहत खराब होने पर पता चला कि जगजीत उसे खाने में ड्रग दे रहा था, जिससे वह होश में नहीं रहती थी। आरोप है कि बेहोशी की हालत में उसने शारीरिक संबंध बनाए। वहीं 90 लाख रुपये की एलआइसी पेपर पर साइन करा लिए। नवजोत ने इसका विरोध किया तो उससे मारपीट की। आरोप है कि वह मां बाप की प्रापर्टी की पॉवर ऑफ अटार्नी लेने के लिए भी दबाव बनाता था।
पुलिस के अनुसार, जगजीत ने नवजोत से 3 मार्च, 2017 को कोर्ट मैरिज की अौर उसी दिन उसे चंडीगढ़ घर पर भेज दिया। 4 मार्च को बैंक स्टेटमेंट से पता चला कि जगजीत ने पिता के खाते से साढ़े छह लाख रुपये और उसके खाते से इंग्लैंड के दो हजार पाउंड भी निकलवा लिए हैं। इस दौरान वह धमकियां देता था कि उसने कई खाली स्टैंप पेपर पर साइन करा लिए हैं और विरोध किया ताे फंसा देगा।
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जगजीत ने उसका पासपोर्ट, मोबाइल, आईपैड, डायमंड के झुमके, पैंडल, अंगूठी समेत अन्य जेवरात भी ले लिए हैं। वहीं शिकायत करने पर मां बाप को मारने की धमकियां देता था। 19 अप्रैल को उसने थाना सात में केस दर्ज कराया था। सीपी के मुताबिक ठगी के लिए जगजीत खुद को आनंदपुर साहिब (रोपड़) के धीर गांव निवासी रतन कुमार भी बताता था।
शादी के नाम पर ठगी गई नवजोत ने हिम्मत न हारी और जगजीत का भांडा फाेड़ने व उसकी करनी की सजा दिलाने की ठान ली। इसके लिए उसने जगजीत को उसके अंदाज में ही जाल में फंसाया। नवजोत ने शादीडॉटकॉम पर नया रजिस्ट्रेशन कराया। नाम बदलकर पता दिल्ली का दिया था। इसके बाद जगजीत से संपर्क किया जो सिलीगुड़ी में था। उसने जगजीत को शादी करने का झांसा दिया और सोमवार को मिलने दिल्ली बुलाया।
इसके साथ ही उसने पंजाब पुलिस को सारी जानकारी दे दी। इसके बाद पंजाब पुलिस की सूचना के बाद दिल्ली पुलिस ने इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर जाल फैला दिया। इसके बाद जगजीत जैसे ही इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर उतरा तभी दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस की सूचना पर उसे गिरफ्तार कर लिया। जगजीत तीन केसों में भगोड़ा है।
उसके खिलाफ सदर में 2011 में ठगी, गोराया में 2010 में ठगी और अक्टूबर 2007 में फगवाड़ा सिटी थाने में ठगी का केस दर्ज है। पुलिस अन्य मामलों के बारे में भी पूछताछ कर रही है। पुलिस ने गुरदेव कौर को पहले ही पकड़ लिया था। अब बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। नवजोत कौर को पुलिस कमिश्नर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।