विद्या भारती ने ‘पंजाब सुपर-100’ मिशन किया शुरू, छठी से दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को निश्शुल्क दी जाएगी प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग
विद्या भारती ने ‘पंजाब सुपर-100’ मिशन शुरू किया है। यह प्रोजेक्ट पंजाब में सफल रहा तो इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। इसमें छठी से दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को निश्शुल्क कोचिंग देकर उनकी रुचि की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा।

जालंधर [अंकित शर्मा]। विद्या भारती ने विद्यार्थियों की रुचियों को समझने और उन्हें तराश कर उच्चतम मुकाम पर पहुंचाने के लिए ‘पंजाब सुपर-100’ मिशन शुरू किया है। यूं तो विद्या भारती के शिक्षण संस्थान देश भर में हैं, मगर इसकी शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पंजाब से हुई है। यह प्रोजेक्ट पंजाब में सफल रहा तो इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। इसमें छठी से दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को निश्शुल्क कोचिंग देकर उनकी रुचि की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए मोहाली के सर्वहितकारी स्कूल में आइटी सेंटर बन चुका है। वहां तीन स्टूडियो तैयार किए जा चुके हैं।
इस मिशन का नेतृत्व भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वरिष्ठ विज्ञानी व विद्या भारती के पूर्व छात्र डा. सुदेश ठाकुर रौनीजा करेंगे। डा. सुदेश ठाकुर ने ही इस प्रोजेक्ट को तैयार किया है। वह खुद साधारण किसान परिवार से हैं। इस मुकाम तक पहुंचने में उन्होंने और इनके परिवार ने कड़ा संघर्ष किया है। डा. सुदेश कहते हैं कि यूं तो यह प्रोजेक्ट ‘सर्वहितकारी सुपर-100’ नाम से 2021 में शुरू किया गया था। तब यह केवल सर्वहितकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए ही था। इसका अच्छा परिणाम मिलने पर इसे सभी के लिए कर दिया है। अब पांच हजार बच्चे इससे जुड़ गए हैं। यह लगभग तीन साल का प्रोजेक्ट है।
सर्वत्र एप्लीकेशन के जरिये कोचिंग
इस प्रोजेक्ट के तहत विद्यार्थियों को 24 घंटे और 365 दिन लाइव कोचिंग देने का लक्ष्य है। इसका उद्देश्य है कि विकिपीडिया की तरह लाइव प्लेटफार्म बनाया जाए, जहां विद्यार्थियों को उनके सवालों का जवाब तुरंत और निश्शुल्क ही मिल जाए। इसके लिए सर्वत्र मोबाइल एप्लीकेशन तैयार किया गया है, जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। यदि कोई छात्र बैंकिंग की तैयारी के लिए गणित विषय पढ़ना चाहता है तो उसे सर्वत्र एप्लीकेशन पर जाकर अपना प्रश्न दर्ज करना होगा। इसके बाद सामने तुरंत उसकी जानकारी उदाहरणों सहित आ जाएगी। अगर विद्यार्थी उत्तर से संतुष्ट नहीं होता है तो उसकी जानकारी शिक्षक तक पहुंच जाएगी। इसके बाद शिक्षक विद्यार्थी जुड़ जाएगा। अभी सप्ताह में एक दिन ही लाइव कोचिंग देने की योजना है। उल्लेखनीय है कि विद्या भारती के देशभर में 24,500 स्कूल हैं। इनमें 1.33 लाख शिक्षक हैं।
प्रारंभिक चरण से ही विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जाएगा
इस मिशन के तहत विद्यार्थियों का प्रारंभिक चरण से ही मूल्यांकन किया जाएगा। मूल्यांकन प्रक्रिया छठी से आठवीं और नौवीं-दसवीं के हिसाब से विद्यार्थियों की रुचि पर आधारित होगी, जिससे हर क्षेत्र से सुपर-100 विद्यार्थी निकल कर आएं और गरीब का बेटा भी इंजीनियर व डाक्टर बन सके।

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