Encounter in Jalandhar: जालंधर में पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़, गोली चलने से इलाके में दहशत
जालंधर कैंट के गांव नंगल करार खां में बुधवार सुबह गैस गोदाम के पास कमिश्नरेट पुलिस की दो बदमाशों के साथ मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में दोनों बदमाश घायल हो गए। गोलियां चलने से आस- पास के इलाकों में हड़कंप मच गया। पुलिस ने घायल बदमाशों को पकड़ कर सिविल अस्पताल में भर्ती किया है। सूचना मिलने के बाद पुलिस कमिश्नर भी मौके पर पहुंचे हैं।

जागरण संवाददाता, जालंधर। संवाद सहयोगी, जालंधर। पुलिस और गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के गुर्गों के बीच बुधवार सुबह आठ बजे गांव नंगल करार खां में मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से करीब 11 राउंड फायरिंग की गई।
एक गोली गांव महादीपुर जट्टान के रहने वाले हरिंदर सिंह के पैर में लगी। उसके साथी न्यू देओल नगर के रहने वाले सुखमनजीत सिंह के पैर में भागते समय नीचे गिरने से चोट लग गई। दोनों को पुलिस ने सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया है।
आरोपितों से जर्मनी मेड तीन पिस्तौल, एक पिस्तौल और देसी पिस्तौल बरामद हुई हैं। पुलिस ने कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने बताया कि स्पेशल स्टाफ की टीम ने दोनों आरोपितों को चार दिन पहले दबोचा था।
दोनों गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई व बिन्नी गुजर गैंग के संपर्क में थे। उनसे पूछताछ में पता चला था कि उन्होंने जालंधर कैंट के साथ लगते गांव नंगल करार खां में हथियार छिपाए हैं क्योंकि वे वारदात देने की फिराक में थे।
इसके बाद कमिश्नरेट पुलिस की स्पेशल सेल की टीम आरोपितों को हथियार बरामदगी के गांव नंगल करार खां लेकर गई थी। दोनों ने हथियार उठा कर भागने के प्रयास में पुलिस पर गोलियां चला दी। पुलिस की टीम ने क्रास फायरिंग करते हुए गोलियां चलाईं।
आरोपितों के खिलाफ हत्या सहित अलग-अलग धाराओं के कई केस दर्ज हैं। वह नौ साल की सजा काटने के बाद 45 दिन पहले जेल से बाहर आया था। सुखमनजीत सिंह के खिलाफ भी हत्या सहित कई केस दर्ज हैं। वह 20 दिन पहले जेल से बाहर आया था।
दोनों कपूरथला जेल में बंद थे, जहां दोनों की एक दूसरे से जान-पहचान हुई और फिर दोनों गैंगस्टर लारेंस व बिन्नी गुजर के सदस्यों के संपर्क में आ गए।
थाना भार्गव कैंप की पुलिस ने 17 अक्टूबर को माडल हाउस के गगनदीप सिंह गिन्नी और थाना सदर के अमित सहोता के खिलाफ पुलिस ने आर्म एक्ट का केस दर्ज उनके पास से एक रिवाल्वर और दो पिस्तौल बरामद किए थे।
पूछताछ के बाद पुलिस ने गांव शकरपुर नकोदर के विशाल उर्फ फौजी और विशाल उर्फ बिल्ला को केस में नामजद कर गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की पता चला कि वह काकी पिंड रामामंडी के रहने वाले राजेशवर कुमार और जालंधर कैंट के रहने वाले दीप के संपर्क में थे, जिन्हें पुलिस ने दबोचा फिर दोनों से चली पूछताछ में पुलिस पता चला कि दोनों जेल से बाहर आए आदमपुर के रहने वाले हरिंदर सिंह और न्यू देओल नगर के सुखमनजीत सिंह के के संपर्क में थे।
वे उनसे हथियार लेते थे। सुखमनजीत सिंह ने अच्छे परिवार से संबंध रखता है। सुखमनजीत के आपराधिक जीवन की शुरुआत स्कूल-कालेज के लड़ाई झगड़ों से शुरू हुई, जिसमें केस दर्ज होने के बाद वह आगे बढ़ता गया। हरिंदर का बड़ा भाई इटली में है। उसने 24 साल की उम्र में पहला अपराध किया था।
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