डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर खालिस्तानी नारे लिखने वाले दो गिरफ्तार, अलगाववादी पन्नू ने ली थी जिम्मेदारी
जालंधर के फिल्लौर में डॉ. भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा (Dr. Bheem Rao Amedkar) पर खालिस्तानी नारे लिखने और फिर उनकी प्रतिमाएं तोड़ने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों का संबंध अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू से नहीं बल्कि विदेश में बैठे दो अन्य हैंडलर से था। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
जागरण टीम, जालंधर। फिल्लौर के गांव नंगल में डॉ. भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा पर खालिस्तानी नारे लिखने और 14 अप्रैल को फिर उनकी प्रतिमाएं तोड़ने की धमकी देने के दो आरोपितों को जालंधर पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है।
डीआईजी नवीन सिंगला ने कहा कि आरोपित इससे पहले भी होशियारपुर, जालंधर की बूटा मंडी और नकोदर के स्कूल की दीवार पर देश विरोधी नारे लिख चुके हैं। आरोपित अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के सीधे संपर्क में नहीं थे, बल्कि विदेश में बैठे दो अन्य हैंडलर के इशारे पर काम करते थे। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
जानें क्या है पूरा मामला
गांव नंगल में बाबा साहेब की प्रतिमा पर खालिस्तानी नारे लिखने के बाद गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो डाल कर इसकी जिम्मेदारी ली थी। 31 मार्च की इस घटना के बाद पुलिस ने बाबा साहेब की प्रतिमाओं पर सुरक्षा तैनात कर दी थी।
डीआईजी सिंगला ने कहा कि 14 अप्रैल तक 56 जगह पर लगी उनकी प्रतिमाओं की सुरक्षा में पुलिस तैनात रहेगी। मुख्य आरोपित सुखबीर सिंह 21 वर्ष का है और नकोदर के गांव नूरपुर चट्ठां का रहने वाला है। गांव में उनकी करियाना की दुकान है।
इसी गांव का उसका साथी अवतार सिंह 20 साल का है और कम्यूनिकेशन कंपनी में दिहाड़ी पर काम करता है। विदेश में रह रहे पन्नू के दो हैंडलर पिछले तीन महीने से इनके संपर्क में थे और वही इनको कामों के लिए पैसे भेजते थे।
सीआइए स्टाफ की पुलिस दोनों को सात दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने आरोपितों से चार मोबाइल और देश विरोधी कामों में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बरामद की है। अभी इनकी बैंक डिटेल निकाली जा रही है।
विदेश जाने की इच्छा NRI के सामने रखी तो फंसे जाल में
नकोदर के गांव नूरपुर चट्ठां में साधारण जिंदगी व्यतीत करने वाले दोनों आरोपितों ने वहां आए एक एनआरआई के सामने विदेश जाने की इच्छा रखी तो उसने बातों के जाल में फंसा लिया। उसने युवकों से विदेश जाने के लिए कुछ कर दिखाने और अपनी कौम के लिए सक्रिय होने को कहा।
धीरे-धीरे एनआरआई उन्हें पैसे भेजने लगा और विदेश भेजने का लालच देता रहा। वो इन दोनों का माइंड वाश करता रहा। आरोपितों ने फरवरी 2025 को नकोदर के स्कूल और फ्लाईओवर पर खालिस्तान नारे लिखे।
इसके बाद 26 मार्च विद्यावंती पार्क मोरावली होशियारपुर में खालिस्तान नारे लिखे और फिर मार्च 2025 में जालंधर की बूटा मंडी में डॉ. भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, जो पुलिस की सक्रियता कारण असफल रही। जानकारी के मुताबिक इन कामों के लिए दोनों को एक-एक लाख रुपये विदेश से भेजे गए।
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