Jalandhar News: आदमपुर एयरपोर्ट से फ्लाइट शुरु करने को लेकर असमंजस बरकरार, CM मान ने भी दिया था आश्वासन
एनआरआइज को कनाडा अमेरिका-आस्ट्रेलिया से दिल्ली पहुंचने के लिए इतना परेशान नहीं होना पड़ रहा है जितना दिल्ली से अपने गांव तक पहुंचने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। कारण है जालंधर तक पहुंचने के लिए एयरपोर्ट टर्मिनल मौजूद होने के बावजूद हवाई सेवा उपलब्ध नहीं है। करोना के बाद आदमपुर एयरपोर्ट बंद हो गया और पौने चार साल बीत जाने के बावजूद फ्लाइट शुरू नहीं हो सकी।

मनुपाल शर्मा, जालंधर।(Adampur Airport in Jalandhar) एनआरआइज को कनाडा, अमेरिका और आस्ट्रेलिया से दिल्ली पहुंचने के लिए इतना परेशान नहीं होना पड़ रहा है, जितना दिल्ली से अपने गांव तक पहुंचने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। वहीं अपने उत्पाद के साथ देश-विदेश में झंडा गाड़ने वाले दोआबा के उद्योगपति इस बात से परेशान हैं कि वह अपने विदेशी खरीदारों को दिल्ली से जालंधर नहीं ला पा रहे हैं।
वजह एक ही है कि जालंधर तक पहुंचने के लिए एयरपोर्ट टर्मिनल मौजूद होने के बावजूद हवाई सेवा उपलब्ध नहीं है। एनआरआइज का गढ़ कहे जाने वाले दोआबा के इकलौते आदमपुर एयरपोर्ट पर अति आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित पैसेंजर टर्मिनल स्थापित किया जा चुका है।
एक ही समय में एयरबस अथवा बोइंग किस्म के दो विमानों का संचालन भी संभव है और एयर फोर्स स्टेशन के भीतर स्थित रनवे से सिविल एयरपोर्ट के एपरन (विमानों के खड़े करने की जगह) तक विमान लाने के लिए टैक्सी ट्रैक का निर्माण भी किया जा चुका है।
पांच सेक्टरों पर ऑपरेशन शुरू करने के लिए टेंडर जारी
लाइट वगैरह लगाने का महज लगभग एक फीसद ही काम बाकी बचा हुआ है। बीते जुलाई महीने के दौरान दो निजी एयरलाइंस को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) की उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना के तहत पांच सेक्टरों पर आपरेशन शुरू करने के लिए टेंडर भी प्रदान कर दिया गया था।
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अब चार महीने बीतने को हैं, लेकिन अभी तक आदमपुर से एक भी फ्लाइट उड़ान नहीं भर सकी है। जानकारी के मुताबिक आदमपुर से हिंडन, गोवा, बेंगलुरु, कोलकाता एवं नांदेड साहिब के सेक्टर टेंडर में प्रदान किए गए थे।
पंजाब लौटने वाले एनआरआइ को मिलना था लाभ
जिनके तहत क्षेत्र के उद्योगपतियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलनी थी। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलना था और तख्त श्री हजूर साहिब के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को भी हवाई सेवा का लाभ मिलना था। इसका लाभ विदेश से पंजाब लौटने वाले एनआरआइ परिवारों को भी मिलना था।
करोना के बाद से आदमपुर एयरपोर्ट बंद
जो दिल्ली से अपने गांव तक तीव्र गति से पहुंच सकते थे, लेकिन फिलहाल सेवा नहीं मिल रही है। वर्ष 2018 में आदमपुर एयरपोर्ट से दिल्ली तक की फ्लाइट शुरू की गई थी, जो वर्ष 2020 तक जारी रही। करोना के बाद आदमपुर एयरपोर्ट बंद हो गया और पौने चार साल बीत जाने के बावजूद फ्लाइट शुरू नहीं हो सकी।
इस दौरान सवा सौ करोड़ की लागत से नया पैसेंजर टर्मिनल भी तैयार हो गया।वर्ष 2023 में फ्लाइट शुरू होने को लेकर संशयनवंबर शुरू हो चुका है और अभी तक किसी भी एयरलाइंस की तरफ से फ्लाइट के लिए बुकिंग तक शुरू नहीं की गई है।
31 दिसंबर से पहले फ्लाइट शुरू होने को लेकर संशय
ऐसे में अब वर्ष 2023 में यानी 31 दिसंबर से पहले फ्लाइट शुरू होने को लेकर संशय बना हुआ है। हालांकि सिविल एविएशन से संबंधित अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले हर हाल में फ्लाइट शुरू हो जाएगी।
केंद्रीय मंत्री व सांसद कर चुके हैं केंद्रीय नागर विमानन मंत्री से संपर्क आदमपुर एयरपोर्ट से फ्लाइट शुरू करने का मसला लोकसभा उपचुनाव के दौरान भी उठा। आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील कुमार रिंकू की तरफ से केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की गई।
मुख्यमंत्री मान ने भी फ्लाइट शुरू करने का किया था दावा
केंद्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने भी पैसेंजर टर्मिनल का कई बार दौरा किया और उन्होंने भी कहा था कि फ्लाइट जल्द शुरू होने वाली है। इसके अलावा मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने भी आदमपुर से फ्लाइट शुरू होने का दावा किया था। लुधियाना और बठिंडा से तो फ्लाइट शुरू हो गई, आदमपुर की फ्लाइट उड़ान नहीं भर सकी है।

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