श्री सिद्ध बाबा केशव नाथ थे मानवता के मार्गदर्शक
देश की धरती पर संत-महापुरुषों ने जन्म लेकर इस धरती को पावन बनाया है।

शाम सहगल, जालंधर
देश की धरती पर संत-महापुरुषों ने जन्म लेकर इस धरती को पावन बनाया है। यहीं कारण है कि दान, धर्म व अध्यात्म के लिए इसे समूचे विश्व में भारत को जाना जाता रहा है। इन्हीं संत-महापुरुषों में से एक थे परम प्रतापी श्री सिद्ध बाबा केशव नाथ जठेरे। भले ही यह महेंद्रू-बाहरी बिरादरी के कुल गुरु हैं, लेकिन, उन्होंने समूची मानवता का मार्गदर्शन किया। करीब पांच सौ वर्ष पहले शहर की इस पावन धरती पर जन्म लेकर लोगों का उद्धार किया।
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यह है प्रचल्लित कथा
महेंद्रू-बाहरी बिरादरी के प्रधान अरुण बाहरी व मेला चेयरमैन प्रवीण महेंद्रू ने बताया कि बाबा जी के जीवन पर आधारित प्रचलित कथा के मुताबिक करीब पांच सौ पूर्व जब सिरसा के इलाके में भीषण अकाल पड़ा था। बाबा केशव नाथ ने सभी भक्तजनों जिनमें अधिकतर महेंद्रू-बाहरी बिरादरी के सदस्य थे, को परमस्थली जालंधर जाने के निर्देश दिए। पूरा इलाका बाबा जी की अगुआई में फिरोजपुर से कपूरथला व कपूरथला से होते हुए जालंधर पहुंचा। शहर में प्रवेश से पूर्व काफिला बस्ती पीरदाद ठहरा। उन्होंने इसी स्थान पर अपना डेरा लगाने का निश्चय लेते हुए बाकी काफिले को शहर के भीतरी इलाके में जाने को कहा। उस समय यह काफिला जिस इलाके में बसा वह महेंद्रू मोहल्ला के नाम से प्रसिद्ध हुआ। आश्रम के रूप विकसित हुए इस स्थान पर देशभर से संत महापुरुषों का आगमन होने लगा। इसी स्थान पर बाबा जी स्वर्ग सिधार गए व यहीं उनकी समाधि बनाई गई। इसके बाद से माघ सुदी दसवीं वाले दिन बाबा जी की स्मृति में भव्य मेले का आयोजन होता है। मान्यता है कि केवल किसी भी धर्म या समुदाय के लोगों के मेले के दौरान सच्चे दिल से मांगी हर मनोकामना पूरी होती है।
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मंदिर में पूरी की जाती धार्मिक रस्में
महेंद्रू-बाहरी बिरादरी के प्रवक्ता दीपक महेंद्रू ने बताया कि बिरादरी में विवाह या फिर नवजात बच्चे को पेहनी की रस्म यहीं अदा की जाती है। इसी तरह नवविवाहित जोड़े के यहां पर माथा टेकने के बाद विवाह की रस्म को पूरा माना जाता है। आश्रम को भव्य बनाने के तहत यहां पर अब शिवालय, शनि मंदिर, पंचमुखी गणपति मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर राम परिवार व विष्णु लक्ष्मी मंदिर का निर्माण किया जा चुका है।
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इन्होंने करवाया मंदिर का विकास
नवनीत महेंद्रू ने बताया कि मंदिर का विस्तार करने में प्रथम प्रधान स्व. सुदर्शन लाल महेंद्रू, स्व. ब्रिज लाल बाहरी, स्व. तिरलोक चंद महेंद्रू, स्व. धर्मपाल महेंद्रू, स्व. सवाया राम महेंद्रू, स्व. नंद किशोर महेंद्रू, स्व. पुरषोत्तम दास महेंद्रू, स्व. कमल मोहन महेंद्रू,, स्व. नंद लाल महेंद्रू, स्व. रमेश महेंद्रू, स्व. एडवोकेट डीएन बाहरी, स्व. रोशन लाल महेंद्रू, स्व. शिव पाल महेंद्रू व स्व. राम मूर्ति महेंद्रू का बहुमूल्य सहयोग रहा।
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22 फरवरी को होगा वार्षिक मेला
दीपक महेंद्रू ने बताया कि 22 फरवरी को श्री सिद्ध बाबा केशव नाथ जठेरे बस्ती पीरदाद में सुबह आठ बजे से मेले का आगाज हवन यज्ञ के साथ होगा। इसके बाद कपिल कोहली एंड पार्टी के सदस्य बाबा की महिमा का गुणगान करेंगे और सुंदर झांकियां सजाई जाएंगी। मेले में कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा।
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