जालंधर में रिपोर्ट लिखवाने गए मां-बेटी से दुष्कर्म मामले में SHO सस्पेंड, विभागीय जांच के बाद हुई कार्रवाई
जालंधर में रिपोर्ट दर्ज कराने गई मां-बेटी से दुष्कर्म के मामले में एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है। विभागीय जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने तत्काल प्रभाव से एसएचओ को निलंबित कर दिया है और आगे की जांच जारी है।

फिल्लौर में मां-बेटी से दुष्कर्म मामले में एसएचओ सस्पेंड
संवाद सहयोगी, जागरण, फिल्लौर (जालंधर)। नाबालिग लड़की व उसकी मां से दुष्कर्म के मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने के बाद थाना फिल्लौर के लाइन हाजिर किए गए एसएचओ भूषण कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। पीड़िता अपनी मां के साथ पुलिस थाने में इंसाफ की गुहार लगाने गई थी, लेकिन एसएचओ ने उल्टा उनको ही परेशान करना शुरू कर दिया।
यह मामला मीडिया में उजागर हुआ तो पुलिस की बदनामी होती देख एसएसपी हरविंदर सिंह वर्क ने उसे सस्पेंड कर विभागीय जांच बिठा दी और उसे सस्पेंड कर दिया। वहीं, पंजाब राज्य महिला आयोग ने इस मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए एसएसपी को नोटिस जारी किया है।
आयोग ने एसएसपी को जारी किए नोटिस में कहा है कि उनका ध्यान इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे वीडियो पर पड़ा, जिसमें भूषण कुमार दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग लड़की के मामले में आरोपित पर कार्रवाई करने की जगह पीडि़ता व उसकी मां के साथ अश्लील हरकतें करने लगा। आयोग ने निर्देश दिया है कि वे 13 अक्टूबर को सुबह 11 बजे आयोग के कार्यालय में भूषण कुमार की स्टेटस रिपोर्ट पेश करें। उधर, लोक इंसाफ मंच के प्रधान कामरेड जरनैल सिंह और रामजी दास ने प्रशासन को 15 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि भूषण के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया तो धरना देंगे। एसएसपी हरविंदर सिंह ने भूषण के सस्पेंड होने की पुष्टि की और कहा कि समय पर महिला आयोग को रिपोर्ट दे देंगे।
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