सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के लिए तोड़ी सड़कें अभी लोगों को और रुलाएंगी
सरफेस वाटर प्रोजेक्ट की पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़कों पर अभी लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।

जागरण संवाददाता, जालंधर : सरफेस वाटर प्रोजेक्ट की पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदी गई सड़कों पर अभी लोगों को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। खास तौर पर नकोदर रोड, कपूरथला रोड, महावीर मार्ग रोड पर टैगोर अस्पताल के सामने वाली सड़क, पिम्स अस्पताल रोड और ढिलवां रोड पर लोगों को अगले कुछ महीनों तक परेशानी झेलनी पड़ सकती है। यही नहीं बरसात और चुनावी रणनीति के चलते अगले कुछ महीनों तक इस प्रोजेक्ट पर काम भी सुस्त गति से ही चलने की आशंका है।
मौजूदा समय में पाइप लाइन बिछाने के लिए किसी भी नए इलाके में काम करने के लिए कांट्रैक्ट कंपनी लार्सन एंड टुब्रो को मंजूरी नहीं दी गई है। कंपनी ने करीब 100 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछानी है। इसमें से करीब 87 किलोमीटर पाइप लाइन शहर के इलाकों में बिछाई जानी है। अभी सिर्फ करीब 10 किलोमीटर पाइप लाइन ही बिछाई गई है और इससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। निगम इंजीनियर ने कहा, 20 दिन में सड़कों का निर्माण शुरू हो जाएगा
नगर निगम के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर रजनीश डोगरा का कहना है कि कुछ सड़कों पर अभी बड़ी पाइपलाइन के साथ ही एक छोटी पाइपलाइन भी बिछाई जानी है। इस वजह से सड़क निर्माण में थोड़ी देरी हो सकती है लेकिन कंपनी को यह निर्देश दे दिया है कि वह जल्द से जल्द इस पर काम शुरू करें क्योंकि लंबे अरसे से सड़क टूटी होने की वजह से लोग परेशान हैं। उन्होंने उम्मीद है कि 15 से 20 दिन में सड़कों का निर्माण शुरू हो जाएगा लेकिन जहां पर नई खुदाई हो रही है वहां पर थोड़ा समय लग सकता है। बरसात और निगम चुनाव फिर बनेंगे रुकावट
बरसात और चुनाव हमेशा से ही विकास कार्यों को प्रभावित करते हैं और इस बार भी ऐसा ही नजर आ रहा है। अगले 6 से 7 महीने में जालंधर में नगर निगम चुनाव होने हैं। ऐसे में जो विकास कार्य चुनाव से पहले पूरे करने संभव नहीं है उन्हें शुरू करने में देरी हो सकती है। खास तौर पर सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के लिए पाइप लाइन बिछाई जानी है और इन्हें बनाने में समय लगेगा। ऐसे में आम आदमी पार्टी की सरकार इस प्रोजेक्ट पर काम को शुरू करने में देरी करेगी। जो सड़कें जुलाई महीने से पहले तोड़ी जाएंगी उन्हें बरसात के बाद सितंबर महीने में ही बना पाएंगे। तब तक चुनाव भी घोषित हो सकते हैं और अगर बरसात के बाद सड़कें ना बनी तो आम आदमी पार्टी का चुनावी अभियान प्रभावित हो सकता है।
प्लांट और अंडर ग्राउंड टैक बनाने पर रहेगा जोर
ऐसे में सरकार की कोशिश रहेगी कि प्रोजेक्ट की पाइप लाइन बिछाने का काम तो स्लो कर दिया जाए लेकिन आदमपुर के गांव जगरावां में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने और वाटर स्टोरेज टैंक बनाने के काम में तेजी लाई जाए। इससे प्रोजेक्ट के एक हिस्से का काम पूरा किया जा सकेगा और चुनाव के बाद पाइप लाइन बिछाने में तेजी लाई जाएगी।
कांग्रेस विधायकों को उठाना पड़ा है नुकसान
कांग्रेस के विधायकों को पाइप लाइन बिछाने के बाद सडक बनाने में देरी से ही नुकसान उठाना पड़ा है। जालंधर वेस्ट और जालंधर सेंट्रल में कांग्रेस की चुनाव हार में सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के लिए तोड़ी गई सड़कों के ना बनने से लोगों में पैदा हुआ रोष भी एक बड़ा कारण था।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।