अब स्कूलों में किताबें ढूंढनी होंगी आसान, Library का रिकॉर्ड होगा Online
अब छात्र चाहें तो खुद भी Library में लगे कंप्यूटर के जरिए ई-पंजाब स्कूल पोर्टल पर बनाए Library सॉफ्टवेयर में किताब का नाम डालकर उसे ढूंढ सकेंगे। ...और पढ़ें

जालंधर [अंकित शर्मा]। शिक्षा विभाग द्वारा अब पंजाब के सरकारी स्कूलों की Library को Online किया जा रहा है। इससे स्कूल की Library में रिकॉर्ड तो Online होगा ही, साथ ही कौन सी किताब किस ब्लॉक व शेल्फ में पड़ी है इसका भी आसानी से पता चल जाएगा। इसके साथ-साथ छात्र चाहें तो खुद भी Library में लगे कंप्यूटर के जरिए ई-पंजाब स्कूल पोर्टल पर बनाए Library सॉफ्टवेयर में किताब का नाम डालकर उसे ढूंढ सकेंगे।
Librarian की तरफ से किताबों का सारा रिकॉर्ड, स्टॉक, डिमांड, किताब जारी करने की डेट और रिटर्न संबंधी सारी जानकारी का इसमें पता चलता रहेगा। राज्य में करीब 329 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में Library हैं, जहां Librarian और सहायक Librarian के 600 पद हैं। इस लिस्ट में गिने चुने ही हाईस्कूल हैं, जहां Library हैंं। इसके अलावा कुछ ऐसे स्कूल भी हैं जहां Library तो हैं, मगर कोई अटेंडेंट नहीं हैं। ऐसे में Library को सिस्टम में लाने के लिए विभाग की तरफ से योजना बनाई जा रही है।
शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने कहा कि यह सिस्टम स्कूलों की Library के कामकाज को आसान बनाने के लिए बनाया गया है, क्योंकि Librarian व सहायक Librarian द्वारा रजिस्टर पर किताबों का रिकॉर्ड बरकरार रखना मुश्किल है। इस Software की मदद से हर प्रकार की जानकारी आसानी से देखी जा सकेगी कि Library में कितनी किताबें हैं और कौन सी किताब किस ब्लॉक में है।
कितनी किताबें छात्रों को जारी की गई हैं और किस छात्र के पास कौन सी किताब है। उक्त छात्र की तरफ से किताब वापस Library में जमा करवाई गई या नहीं। इस सबका सारा रिकॉर्ड दर्ज होगा। कृष्ण कुमार ने जिला शिक्षा अधिकारियों, स्कूल मुखियों को आदेश दिए हैं कि वे इस सिस्टम को लागू करें और Library का सारा काम इस सिस्टम के तहत ही करवाएं। यह सिस्टम ई-पंजाब स्कूल मोबाइल एप पर भी मौजूद है।
मनजीत मैनी ने बनाई थी पंजाब की पहली Digital Library
सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के Librarian मनजीत मैनी ने आठ महीने पहले ही पंजाब की पहली Computorized Library तैयार कर दी थी। उनका विचार था कि मैनुअल तरीके से Library का काम करने से कागज की बर्बादी ज्यादा होगी और समय ज्यादा लगता है। ऐसे में एक क्लिक पर सारा डाटा स्क्रीन पर आ जाएगा। मैनी ने आठ अक्टूबर, 2018 में Digital Library तैयार की थी और इसका उद्घाटन विधायक राजिंंदर बेरी और स्कूल प्रिंसिपल वरिंदर कुमार ने किया था।

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