Punjab News: भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे रमन अरोड़ा, 70 से अधिक शिकायतें दर्ज
विधायक रमन अरोड़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में विजिलेंस ने शिकंजा कसा है। 70 से अधिक शिकायतें दर्ज हुई हैं जिनमें जबरन वसूली के आरोप हैं। कई पीड़ितों को सरकारी गवाह बनाया गया है। बेटे और सहयोगी भी जांच के घेरे में हैं और विजिलेंस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। जनता में विधायक के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है।

जागरण संवाददाता, जालंधर। विधायक रमन अरोड़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार और वसूली के मामलों में शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। अब तक उनके खिलाफ 70 से अधिक शिकायतें विजिलेंस विभाग के पास पहुंच चुकी हैं।
इनमें से बड़ी संख्या में शिकायतें ऐसी हैं, जिनमें विधायक पर पैसों की जबरन वसूली, सत्ता का दुरुपयोग और पीड़ितों को धमकाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। बताया जा रहा है कि विजिलेंस ने इनमें से लगभग आधी शिकायतें खुद पीड़ितों को बुलाकर दर्ज की हैं।
इनमें से 15 से अधिक शिकायतकर्ताओं को विभाग ने अब सरकारी गवाह बना लिया है, जो आगे जाकर रमन अरोड़ा के खिलाफ केस की नींव मजबूत करेंगे।
विधायक के बेटे राजन अरोड़ा और करीबी सहयोगी राजू मदान भी जांच एजेंसियों के रडार पर हैं। दोनों पर भी भ्रष्टाचार, पैसों की वसूली और प्रभाव का गलत इस्तेमाल करने के आरोप हैं। दोनों ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल कर दी है।
राजन अरोड़ा की याचिका पर 16 जून को सुनवाई होनी है, जबकि राजू मदान की याचिका पर 17 जून को बहस होगी। इससे पहले विजिलेंस की टीम लगातार छापेमारी कर रही है ताकि दोनों को कोर्ट में सुनवाई से पहले ही गिरफ्तार किया जा सके।
विजिलेंस की मंशा है कि दोनों को जमानत न मिले ताकि हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा सके। इस दिशा में विभाग की कई टीमें सक्रिय रूप से पंजाब और आसपास के इलाकों में दबिश दे रही हैं।
विधायक की न्यायिक हिरासत आज खत्म
भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार विधायक रमन अरोड़ा की न्यायिक हिरासत सोमवार को समाप्त हो रही है। उन्हें दोबारा अदालत में पेश किया जाएगा, जहां विजिलेंस अदालत से उनकी हिरासत बढ़ाने की मांग कर सकती है या फिर उन्हें न्यायिक रिमांड में ही जेल भेजे जाने का अनुरोध करेगी।
बताया जा रहा है कि रमन अरोड़ा से अब तक पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिनके आधार पर विजिलेंस ने जांच को और तेज कर दिया है। ये जानकारियां उसके बेटे और राजू मदान की भूमिका को भी स्पष्ट करती हैं, जिस वजह से उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई और जरूरी हो गई है।
जनता में बढ़ रहा आक्रोश
पिछले कुछ हफ्तों में इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है। कई व्यापारी, कारोबारी और आम लोग अब खुलकर सामने आ रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि रमन अरोड़ा और उसके करीबी लोगों ने उनसे विभिन्न बहानों से पैसे की मांग की थी। विजिलेंस ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया है। विजिलेंस सुबूतों के आधार पर केस मजबूत कर रही है।
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