Punjab Weather: पहाड़ों में बर्फबारी से मैदानी इलाकों में बढ़ी ठंड, शीतलहर से गिरा तापमान; धुंध से थमे वाहनों के पहिए
पहाड़ों पर बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी दिख रहा है। शीतलहर चलने से लोग ठिठुर रहे हैं। न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। कोहरे के कारण वाहनों की रफ्तार थम गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और ठंड बढ़ने की चेतावनी दी है। सर्दी से बीमार पड़ने वालों की संख्या भी बढ़ रही है।

जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण मैदानी क्षेत्रों में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। मैदानी क्षेत्र में शीतलहर चल रही है, जिससे लोग कांप रहे हैं। न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, वहीं कोहरा के कारण वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गई है। पूरे क्षेत्र में धुंध के कारण हाईवे पर सुबह 10 बजे तक वाहनों को रेंगते हुए देखा गया।
मौसम विभाग के मुताबिक, न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आने से ठंड और बढ़ेगी। न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। रात के समय न्यूनतम तापमान में और गिरावट आ जाती है। इसके चलते सर्दी का प्रकोप काफी हो जा रहा है।
ठंड से बीमार पड़ रहे हैं लोग
उल्लेखनीय है कि सर्दी के एकदम से बढ़ने से वायरल बीमारियों की चपेट में भी लोग आ रहे हैं। सिविल अस्पताल में सर्दी से बीमार होने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है।
हालांकि दोपहर के समय थोड़ी धूप निकलने से राहत मिल रही है लेकिन पूरा दिन साथ में ठंडी हवाएं भी चलने से सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इसके चलते लोग बीमार हो रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अभी ठंड और बढ़ेगी।
दिन में धूप, रात में ठिठुरे लोग
बता दें कि पठानकोट में भी सर्द हवाओं के चलते ठंड का सितम दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है। शीत लहर के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त होने लगा है। ठंड ने जनजीवन की रफ्तार धीमी कर दी है। बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 20 डिग्री व न्यूनतम तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को दिन में धूप निकली लेकिन शाम होते ही ठंडी हवाएं चलने लगी।
कोहरे की वजह से बस और रेलगाड़ियां विलंब से चल रही है। सुबह कोहरे में यात्री बस अड्डे नहीं पहुंच रहे हैं जिसके चलते बसों का संचालन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। बुधवार सुबह पीआरटीसी बस अड्डे पर सन्नाटा पसरा रहा। रोडवेज कर्मियों का कहना है कि सुबह व दोपहर को तो फिर भी कुछ ठीक है, देर शाम तो बस अड्डे पर सवारियां ढूंढे नहीं मिल रही हैं। लोगों को दिक्कत हो रही है।
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