Punjab: छात्राओं के साथ बेहूदा हरकतें करने और अश्लील मैसेज भेजने वाला अध्यापक गिरफ्तार, हिमाचल के ऊना में छिपा था
पंजाब पुलिस ने रूपनगर के एक जाने-माने स्कूल के अध्यापक को छात्राओं से बेहूदा हरकतें करने और उन्हें अश्लील संदेश भेजने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पिछले दिनों मामला सामने आने के बाद छात्राओं के स्वजन और विभिन्न संगठन उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।

जागरण संवाददाता, रूपनगर। शहर के जाने-माने स्कूल के अध्यापक को छात्राओं से बेहुदा हरकतें करने और अश्लील मैसेज भेजने के आरोप में रूपनगर पुलिस ने हिमाचल प्रदेश के ऊना से गिरफ्तार कर लिया है। आठ अगस्त को स्कूल के बाहर विभिन्न युवा संगठनों ने छात्राओं को साथ लेकर रोष प्रदर्शन किया था। इस रोष प्रदर्शन के मद्देनजर प्रिंसिपल ने खुद अपना इस्तीफा प्रबंधन को सौंप दिया था। पुलिस पर दबाव बढ़ा तो बुधवार को अध्यापक को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उसका एक दिन का रिमांड हासिल किया है।
छह अगस्त दोपहर तीन बजे थाना सिटी रूपनगर के एसएचओ गुरप्रीत सिंह महिला पुलिस को साथ लेकर स्कूल गए थे। महिला पुलिस ने स्कूल की 12 छात्राओं के बयान कलमबंद किए थे। छात्राओं के बयान के आधार पर घनौली निवासी अध्यापक सुनील कुमार के खिलाफ छेड़छाड़, आइटी एक्ट और पोक्सो एक्ट की धारा आठ के तहत एफआइआर नंबर 139 दर्ज करके पड़ताल शुरू की गई थी। हालांकि अध्यापक की गिरफ्तारी नहीं होने पर गुस्साए लोगों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था।
रूपनगर के डीएसपी (आर) तरलोचन सिंह ने बताया कि आरोपित अध्यापक को ऊना से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उसे रूपनगर की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसका एक का रिमांड हासिल किया है। पूछताछ में सारा मामला स्पष्ट होने की उम्मीद है।
स्कूल की इज्जत का सवाल है.. कहकर बनाया दबाव
आरोपित अध्यापक की गिरफ्तारी के लिए 8 अगस्त को विभिन्न संगठनों ने स्कूल के आगे धरना प्रदर्शन किया था। मामले को लेकर छात्राओं का आरोप था कि प्रिंसिपल ने अकेले अकेले छात्राओं को कमरे में बुलाकर उन पर दबाव बनाया था। उनका ब्रेनवाश करने का प्रयास किया था।
एक छात्रा के पिता ने बताया कि छात्राओं के साथ अध्यापक के बेहूदा व्यवहार और अश्लील मैसेज भेजने के मामले में स्कूल प्रिंसिपल और प्रबंधन मामले पर मिट्टी डालना चाहते थे। अध्यापक उन्हें आकर बार बार स्कूल की इज्जत का हवाला दे रहे थे।
पिता ने आरोप लगाया कि कि जब एक साथ कई बच्चियों ने प्रिंसिपल को पूरी व्यथा सुनाई तो प्रिंसिपल ने बोला कि आपकी सोच गंदी है और आपको गलतफहमी हुई है, जबकि बच्चियों के पास मोबाइल में चैटिंग के प्रूफ भी हैं। स्कूल प्रबंधन ने छात्राओं से धमकी देकर कई मैसेज डिलीट भी करवाए।
एक अन्य छात्रा की मां ने कहा कि उनकी बेटी इतनी मानसिक परेशानी में थी कि वह तीन दिन से कह रही है कि उसका स्कूल ही बदलाव दो।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।