पीएम मोदी की पंजाब रैली से पहले बड़े किसान नेता घरों में नजरबंद, रातोंरात पुलिस ने घेरे कई गांव
PM Modi Punjab Rally 2022 जालंधर में पीएम मोदी की रैली से पहले पुलिस ने उनका विरोध करने वाले किसानों पर बड़ी कार्रवाई की है। दोआबा किसान संघर्ष कमेटी के नेताओं को किशनगढ़ और भोगपुर तथा जंडियाला मंजकी के अलावा अन्य गांवों में घर में नजरबंद किया गया है।

जासं, जालंधर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जालंधर के पीएपी ग्राउंड में होने वाली रैली से पहले पंजाब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने प्रधानमंत्री का विरोध करने वाले किसान नेताओं को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया है। पुलिस ने सोमवार को तड़के विभिन्न गांवों में नाकेबंदी करके उनके घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के यूथ प्रधान अमरजोत सिंह ज्योति निवासी जंडियाला मंजकी ने तड़के ही वीडियो जारी कर पुलिस की ओर से सुबह ही गांवों में नाकाबंदी कर किसान नेताओं को घरों में नजरबंद करने के बारे में बताया है।
पुलिस ने गांवों को किया सील
किसानों से मिली जानकारी के अनुसार, दोआबा किसान संघर्ष कमेटी के नेताओं को किशनगढ़ और भोगपुर तथा जंडियाला मंजकी के अलावा अन्य गांवों में नजरबंद कर दिया गया है। यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। घरों से किसी भी व्यक्ति को बाहर नही निकलने दिया जा रहा है। वीडियो में अमरजोत सिंह ज्योति ने कहा कि जत्थेदार कश्मीर सिंह जंडियाला की अगुआई में किसानों को पीएम नरेंद्र मोदी की रैली का विरोध करने के लिए प्रदर्शन करना था, लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोका गया है।
किसान नेता मल्ली के गांव को पुलिस ने घेरा
दोआबा किसान संघर्ष कमेटी के नेता बलविंदर सिंह मल्ली के गांव में पुलिस ने घेराबंदी की हुई है। इसी तरह किसान नेताओं व यूनियन के सदस्यों को घरों में ही नजरबंद किया है। इसके अलावा गांवों से लोगों पर भी सख्ती की जा रही है। अमरजोत सिंह ज्योति ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार किसानों के साथ धक्केशाही कर रही है और गांवों के आम लोगों को भी बेवजह परेशान किया जा रहा है।
उधर, संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य मुकेश चंद्र ने बताया कि उनके घर गांव रानी भट्टी में भी तड़के से पुलिस अधिकारी व जवान पहुंचे हुए हैं। किसी को बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। रविवार रात को ही उनके घर पुलिस आ गई थी। उन सबको अपनी मांगों को लेकर पीएम मोदी को काला झंडा दिखाकर रोष व्यक्त करना था। राज्य सरकार ने किसान नेताओं को नजरबंद कर लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास किया है।
उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि किसानों के साथ धक्केशाही करने के मामले को लेकर संघर्ष करेंगे। दोआबा किसान वेलफेयर कमेटी के प्रधान हरसुलिंदर सिंह ने भी उनके गांव की नाकाबंदी करने की बात कही है। इसकी वजह से पूरे गांव के लोगों को भी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
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