सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों को देना होगा मरीजों का लेखा-जोखा
सेहत विभाग की ओर से सरकारी अस्पतालों में तैनात डाक्टरों की कार्यप्रणाली पर निगरानी बढ़ा दी है।

जागरण संवाददाता, जालंधर : सेहत विभाग की ओर से सरकारी अस्पतालों में तैनात डाक्टरों की कार्यप्रणाली पर निगरानी बढ़ा दी है। सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों को अब मरीजों का विवरण देना होगा। मामले को लेकर सरकारी डाक्टरों में अफरा-तफरी का माहौल है। डाक्टर रिपोर्ट से बचाव का रास्ता तलाशने में जुटे हुए है। सेहत विभाग के सचिव अजोय शर्मा की ओर से सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात डाक्टरों को ओपीडी के दौरान देखे गए मरीजों की रिपोर्ट आन लाइन देने के लिए सख्त आदेश जारी किए गए। उन्होंने कोताही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के हिदायतें दी है। बुधवार को जिले में केवल 10-15 प्रतिशत डाक्टर ही ओपीडी रिपोर्ट भेज पाए है। हालांकि कई डाक्टरों को इस तरह की रिपोर्ट तैयार करना नहीं आता है। एंस्थीसिया वाले डाक्टरों की ओपोडी नही होती और कशमकश में है। सिविल सर्जन डा. रणजीत सिंह ने कहा कि विभाग की ओर से लिक जारी किया गया है। डाक्टर अपनी लागईन आईडी में रिपोर्ट भेजंगे। आदेशों की पालना न करने वालों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे।
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