Punjab Flood: बाढ़ से और बिगड़े हालात, भाखड़ा बांध का जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ तीन फीट दूर
पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर है भाखड़ा बांध का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है। भारी बारिश के कारण सतलुज के किनारे बसे जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। बाढ़ से 30 लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग प्रभावित हैं जबकि हजारों हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है। राहत और बचाव कार्य जारी है।

जागरण टीम, जालंधर। पंजाब में बाढ़ की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। भाखड़ा बांध का जलस्तर 1,677 फीट तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से सिर्फ तीन फीट कम है।
फ्लड गेट सात फीट तक खोल दिए गए हैं और लगभग 5,300 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। नंगल हाइडल चैनल और श्री आनंदपुर साहिब हाइडल चैनल में दरारें आने के कारण भाखड़ा बांध से छोड़ा गया पानी अब नंगल डैम से सीधे सतलुज दरिया में जा रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, यह कदम मजबूरी में उठाया गया है। इससे सतलुज के किनारे बसे रोपड़, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला, तरनतारन, फाजिल्का और फिरोजपुर में स्थिति गंभीर हो गई है। मंगलवार को जालंधर व कपूरथला सहित कई जिलों में लगातार वर्षा होती रही।
मौसम विभाग ने बुधवार के लिए भी भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। सोमवार तक 16 जिले ही बाढ़ की चपेट में थे, अब सभी जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
बाढ़ से मरने वालों की गिनती अब 30 हो गई है। सरकार की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है कि राज्य में 1400 गांवों के 3.54 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
1.48 लाख हेक्टेयर में फसल फसल बर्बाद हो गई है। सबसे ज्यादा गुरदासपुर, अमृतसर, मानसा जिलों में हुआ है। गुरदासपुर में 40 हजार, अमृतसर में 23 हजार, मानसा में 27 हजार और फिरोजपुर में 14 हजार खड़ी फसल बर्बाद हो गई है।
राहत व बचाव कार्य भी तेजी से चल रहा है। 114 नाव और एक हेलीकाप्टर लगाया हुआ है। बुलेटिन के अनुसार अभी तक 19,597 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट की 20 टीमों के अलावा एयर फोर्स, नेवी, सेना व बीएसफ के जवान भी बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
गुरदासपुर में एक सप्ताह बाद हालात सामान्य होने लगे हैं। पठानकोट में बाढ़ से प्रभावित रेलवे पुल की मरम्मत का कार्य जारी है, लेकिन जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे पुल की मरम्मत अभी तक शुरू नहीं हो पाई है।
अमृतसर के गांव सठियाला में कमरे की छत गिरने से 11 वर्षीय लड़की की मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने फिरोजपुर जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया।
मुख्यमंत्री सेना की नाव में गांव टेंडीवाला पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की। यहां महिला की आंखों में आंसू देखकर भावुक हुए मुख्यमंत्री की आंखों से भी आंसू बह निकले।
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया फिरोजपुर के गांव बारेके में बनाए गए राहत शिविर में पहुंचे और लोगों से बातचीत की। वह राहत शिविर में लोगों को दी जा रही सुविधा से संतुष्ट दिखे। उधर, पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने जनहित याचिका पर हरियाणा और पंजाब में बाढ़ प्रबंधन पर कोई आदेश पारित करने से इन्कार कर दिया है।
याचिका दोनों राज्यों को आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 12 के तहत बाढ़ पीड़ितों को भोजन, पेयजल, स्वच्छता, आश्रय, प्रकाश, चिकित्सा देखभाल आदि सहित राहत और पुनर्वास के न्यूनतम मानक तत्काल प्रदान करने के निर्देश देने की मांग की गई है।
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