Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जालंधर में बाढ़ की मार झेलते पशुओं का सहारा बनी पशुपालन टीम, कैंप लगाकर किया किया इलाज

    Updated: Thu, 11 Sep 2025 10:35 PM (IST)

    पशुपालन विभाग जालंधर ने शाहकोट तहसील के बाढ़ और बारिश से प्रभावित इलाकों में पशुओं के इलाज के लिए शिविर लगाए। डा. अमनदीप के नेतृत्व में टीमों ने गांवों में जाकर पशुओं का इलाज किया टीके लगाए दवाइयां और चारा बांटा। कासुपूर कंग खुर्द जैसे गांवों में भी कैंप लगाए गए और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।

    Hero Image
    पशुपालन विभाग की ओर से अलग-अलग स्थानों पर कैंप लगाकर किया गया पशुधन का इलाज (फोटो: जागरण)

    संवाद सूत्र, शाहकोट/ मलसियां। पशुपालन विभाग जालंधर के डिप्टी डायरेक्टर डा. सुखविंदर सिंह के दिशा निर्देशों के अनुसार शाहकोट तहसील में बाढ़ और बारिश से प्रभावित क्षेत्र में पशुओं के इलाज के लिए सीनियर वेटरनरी अफसर डा. अमनदीप के नेतृत्व में गठित की गई वेटरनरी माहिरों की टीमों की ओर से अलग-अलग गांवों में कैंप लगाकर प्रभावित पशुओं का इलाज किया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    माहिरों की ओर से पशुओं को बीमारियों से बचाव के लिए टीके लगाए गए और पशु पालकों को दवाइयां भी दी गई। इसी दौरान विभाग की ओर से पशुओं के लिए चारा भी बांटा गया।

    सरकारी पशु अस्पताल शाहकोट में लगाए गए कैंप में डा. अमनदीप एसवीओ, डॉ. गुलशन प्रीत सिंह वेटरनरी अफसर और बलजिंदर सिंह वेटरनरी इंस्पेक्टर की टीमों की ओर से 200 के करीब पशुओं का इलाज किया गया। इस मौके कैंप में कामरेड मलकीत सिंह, अनूप जैन, कमलजीत सिंह ढंडोवाल , बलकार सिंह काला तथा जगतार सिंह ने भी भरपूर सहयोग दिया।

    तहसील शाहकोट के अलग-अलग गांवों में लगाएंगे कैंपों संबंधी जानकारी देते डॉ. अमनदीप ने बताया कि गांव कासुपूर में डा. जयंत महेंद्रु तथा डा. कमलप्रीत सिंह की टीम की ओर से 126 पशुओं, गांव कंग खुर्द में डॉक्टर गगन थापर की टीम की ओर से 130 पशुओं, गांव मंडाला छन्ना में डा. मेजर सिंह की टीम की ओर से 170 पशुओं, गांव मुंडी शहरिया में डॉक्टर मुकेश कुमार की टीम की ओर से 85 पशुओं का इलाज किया गया और बीमारियों के बचाव के लिए दवाइयां भी बांटी गई।

    इसी दौरान इन कैंपों में विभाग की ओर से पशुओं के लिए चारा भी बांटा गया। डा. अमनदीप ने बताया कि विभाग की ओर से प्रभावित क्षेत्र में हर रोज विशेष कैंप लगाकर पशुओं का इलाज किया जा रहा है तथा कैंपों का यह सिलसिला आते दिनों में भी जारी रहेगा।