Punjab Election 2022: चुनावी सीजन में 22 फरवरी तक 9 दिन विवाह के शुभ मुहूर्त, प्रत्याशी भी दे रहे बधाइयां
Punjab Election 2022 - 20 फरवरी को पंजाब में मतदान होगा लेकिन उससे पहले 8 तिथियों पर शुभ विवाह मुहूर्त हैं। यानी चुनावी सीजन में वेडिंग सीजन भी पीक पर रहेगा। इस बीच प्रत्याशी भी संबंधित परिवारों को बधाइयां देने से नहीं चूक रहे हैं।

शाम सहगल, जालंधर। चुनावी और वेडिंग सीजन एक साथ होने के कारण फरवरी महीना विशेष बन गया है। फरवरी के प्रथम सप्ताह से लेकर 22 तारीख तक विवाह के कई शुभ मुहूर्त हैं। इसके बाद मार्च में विवाह का कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है। इसी कारण है कि अधिकतर शादियां फरवरी में हो रही हैं। चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशी भी इसका पूरा लाभ उठाना चाहते हैं और संबंधित परिवारों को शुभकामनाएं देने का अवसर नहीं छोड़ रहे।
23 फरवरी के बाद 14 अप्रैल तक करना होगा इंतजार
श्री मेला राम मंदिर कोट पक्षियों के प्रमुख पुजारी पंडित भोलानाथ द्विवेदी बताते हैं कि 23 फरवरी के बाद लोगों को 14 अप्रैल तक शुभ मुहूर्त का इंतजार करना पड़ेगा। इसके बाद ही शुभ मुहूर्त में विवाह शादियां हो सकती हैं। उधर विवाह का सीजन होने से मंदी की मार झेल रहे बाजार में तो उत्साह बढ़ा ही है, साथ ही चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे प्रत्याशी भी इस अवसर को जमकर कैश कर रहे हैं।
दरअसल, पिछले साल 15 दिसंबर से लेकर 15 जनवरी तक खरमास चल रहा था। सनातन परंपरा के मुताबिक इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता। खासकर विवाह शादियों को लेकर इस महीने में परहेज किया जाता है। इस वर्ष 15 जनवरी को खरमास खत्म होने के बाद विवाह शादियों के मुहूर्त इस महीने 4 फरवरी से शुरू हो गए हैं जो 22 फरवरी तक रहेंगे। ऐसे में शादी के लिए शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रहे लोगों के लिए यह बेहतर अवसर भी है।
शादी की शहनाई के साथ प्रचार की भी गूंज
चुनावी सीजन शुरू होते ही प्रत्याशियों का रुझान जनता की तरफ बढ़ गया है। इस बीच लोगों की किसी भी खुशी या फिर गम में शामिल होने से परहेज नहीं कर रहे। केवल जान पहचान ही नहीं बल्कि अपने हलके में होने वाले किसी भी खुशी फिर गम के घटनाक्रम को पूरी तरह से कैश किया जा रहा है। ऐसे में शादी की शहनाई के बीच प्रत्याशी अपने प्रचार की गूंज भी सुना रहे हैं। खुशी या गम के बीच लोगों की भीड़ में पहुंचकर प्रत्याशी अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं।
मार्च में नहीं कोई शुभ मुहूर्त
पंडित भोलानाथ द्विवेदी के मुताबिक मार्च महीने में विवाह के शुभ मुहूर्त नहीं है। उन्होंने कहा कि 22 फरवरी से विवाह शादियों को विराम लग जाएगा। 3 फरवरी को गुरु अस्त हो जाने के चलते 14 अप्रैल तक शादी नहीं की जा सकती है। इसके बाद 15 अप्रैल से विवाह शादियों का मुहूर्त से शुरू होकर 8 जुलाई तक रहेगा। वही 10 जुलाई को देव शयन होने के कारण चतुर्मास शुरू हो जाएगा, जो 14 अप्रैल तक रहेगा। उन्होंने कहा कि अप्रैल से लेकर जुलाई महीने तक विवाह शादियों के कई शुभ मुहूर्त है। लिहाजा, 8 जुलाई के बाद शादियों का सीजन खत्म हो जाएगा। वहीं, 4 नवंबर को देवउठनी एकादशी के बाद विवाह के शुभ मुहूर्त प्रारंभ होंगे।
फरवरी में शादी के शुभ मुहूर्त - 5 फरवरी के बाद 6,7, 9, 10, 11, 12, 18, 19 व 22 फरवरी।
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