Mayawati Punjab Rally: शिअद-बसपा 25 साल बाद फिर एक मंच पर, नवांशहर से दोआबा के दलितों पर निशाना साधेंगी मायावती
Punjab Assembly Election 2022 - इस बार के विधानसभा चुनाव में अकाली दल ने बसपा के साथ गठबंधन किया है। कुल 117 सीटों में से 97 तो बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पंजाब में अनुसूचित जाति की आबादी 32 फीसद है।

जेएनएन। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती की नवांशहर की दाना मंडी में चुनावी जनसभा आरंभ हो गई है। इस दौरान शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल भी मौजूद हैं। इसके अलावा सभी 20 बसपा प्रत्याशियों को भी रैली में शामिल होने के लिए बुलाया गया है। बसपा की रैली के सभी तैयारियां एक दिन पहले ही पूरी कर ली गईं थी। रैली की निर्धारित समय 12 बजे दोपहर था। बता दें कि पंजाब का दोआबा क्षेत्र दलित बाहुल्य है और इसी क्षेत्र (जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर, रूपनगर) से बसपा ने अपने अधिकतर प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं। ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती अपनी इस रैली के माध्यम से दोआबा के दलित वोटों को एकजुट करने का प्रयास करेंगी।
पंजाब में बसपा का शिअद से गठबंधन 25 साल बाद हुआ है। दोनों पार्टियों ने 1996 में साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा था। तब गठबंधन ने राज्य की 13 सीटों में से 11 पर जीत दर्ज की थी। उसके बाद शिअद ने भाजपा से गठबंधन कर लिया था। दोनों दलों की वर्ष 2007 से लेकर 2017 तक लगातार दो बार सरकार बनी। हालांकि बाद में कृषि कानूनों के मुद्दे पर गठबंधन टूट गया।
पिछले साल कृषि कानूनों के मुद्दों पर शिअद और भाजपा का गठबंधन टूटने के बाद अकाली दल दोबारा बसपा के साथ गठबंधन करके चुनाव मैदान में उतरा है। पंजाब की कुल 117 विधानसभा सीटों में से शिअद 97 तो बसपा 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पंजाब में अनुसूचित जाति की आबादी 32 फीसद है। शिअद-बसपा गठबंधन को उम्मीद है कि एससी मतदाता उनकी चुनावी नैया को पार लगा देंगे। 25 साल पहले मंच पर बसपा के संस्थापक कांशीराम व शिअद से प्रकाश सिंह बादल रहते थे। अब बसपा सुप्रीमो मायावती मंच पर रहेंगी तो शिअद की तरफ से सुखबीर बादल रहेंगे।
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