पंजाब में सुबह बारिश से भीगे पुतले, धूप खिलने के बाद हर्षोल्लास से मनाया गया दशहरा
जालंधर और होशियारपुर में तेज हवाओं के साथ हुई वर्षा ने दशहरा पर्व की तैयारियों में लगे आयोजकों को चिंतित कर दिया। रावण मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों को बचाने की कोशिश की गई। हालांकि दिन में धूप खिलने से चिंता दूर हुई और पूरे राज्य में दशहरा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

जागरण संवाददाता, जालंधर। पंजाब में वीरवार की सुबह जालंधर और होशियारपुर में तेज हवाओं के साथ हुई वर्षा के कारण दशहरा पर्व की तैयारियां कर रहे आयोजकों के माथों पर चिंता की लकीरें खिंच गईं। दोनों ही जिलों में आयोजक मैदानों में खड़े किए गए रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों को बचाने में जुट गए।
दिन चढ़ने के साथ ही खिली धूप ने आयोजकों के माथे से चिंता की लकीरें भी मिटा दीं और शाम ढलते ही दोनों जिलों के अलावा पूरे राज्य में दशहरा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
सबसे ऊंचा 121 फीट का पुतला लुधियाना के दरेसी मैदान में अग्निभेंट किया गया। इसी तरह अमृतसर में दुर्ग्याणा तीर्थ में 120 फीट और जालंधर में 100 फीट का रावण का पुतला साईंदास स्कूल के खेल मैदान में जलाया गया।
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