Punjab Terrorist Arrest: धार्मिक स्थान या फिर सार्वजनिक स्थल, आतंकियों को अभी मिलना था धमाका करने वाली जगह का टारगेट
मंगलवार को तरनतारन से दबोचे गए तीनों आतंकियों गुरविंदर सिंह बाबा संदीप सिंह काला गुरप्रीत सिंह रंधावा से गहन पूछताछ की जा रही है। वे स्वतंत्रता दिवस पर पंजाब को दहलाने की साजिश रच रहे थे। बम ब्लास्ट की ट्रेनिंग भी इन तीनों आतंकियों को अभी दी जानी थी।

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। स्वतंत्रता दिवस पर पंजाब किसी शहर केधार्मिक स्थान को निशाना बनाना था या फिर सार्वजनिक स्थल पर धमाका करके बड़ा नुकसान पहुंचाने की साजिश रची जा रही थी। मंगलवार को गिरफ्तार तीनों आतंकवादियों से प्रारंभिक पूछताछ में यह खुलासा हुआ है।
इस बाबत इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आइएसवाइएफ) के प्रमुख लखबीर सिंह रोडे के साथ जुड़े तीनों आतंकियों गुरविंदर सिंह बाबा, संदीप सिंह काला, गुरप्रीत सिंह रंधावा से गहन पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ब्लास्ट की ट्रेनिंग भी इन तीनों आतंकियों को अभी दी जानी थी।
मंगलवार को एसएसपी रणजीत सिंह ढिल्लों ने सूचना के आधार पर थाना वैरोवाल के गांव नागोके (घराट) के पास लांसर गाड़ी में सवार उक्त तीन आतंकियों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से जो आइईडी बरामद की थी। उसका कुल वजन दो किलो के करीब बताया जाता है। उनसे एक विदेशी हथगोले के अलावा दो पिस्टल, दो मैगजीन, 13 कारतूस, 635 ग्राम हेरोइन, 100 ग्राम अफीम के अलावा 36.90 लाख की ड्रग मनी भी बरामद की गई।
ड्रग मनी की मदद से तीनों आतंकियों को चार और लोगों को अपने साथ जोड़ना था। यह चार ओर लोग कौन हो सकते थे, इसके बारे में भी पुलिस पता लगा रही है। हाल ही में ड्रग मनी का कुछ हिस्सा हवाला के माध्यम से पाकिस्तान भेजा गया था। एसएसपी ढिल्लों की अगुआइ में तीनों आतंकियों से बारीकी से पूछताछ की गई। इस बाबत पुलिस के हाथ ठोस जानकारी लग सकती है।
बेनकाब हो सकता है खालिस्तानियों, गैंगस्टरों और नशा तस्करों का गठजोड़
सूत्र बताते हैं कि ड्रग मनी से पंजाब का माहौल खराब करने के लिए युवाओं को खालिस्तान के नाम पर अपने साथ जोड़न के पीछे आइएसवाइएफ के प्रमुख लखबीर सिंह रोडे व गैंगस्टर हरविंदर सिंह रिंदा का दिमाग है। विभिन्न देशों से मिलने वाली राशि के माध्यम से धमाकाखेज सामग्री तैयार करने के माहिर माने जाते गुरविंदर सिंह बाबा के माध्यम से खालिस्तानी आतंकियों, विदेशों में बैठे गैंगस्टरों व राज्य में सरगर्म नशा तस्करों का गठजोड़ बेनकाब हो सकता है। एसएसपी रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि पांच दिन के रिमांड पर लिए गए इन तीनों आतंकियों से बहुत कुछ प्राप्त होने वाला है। अभी जांच शुरू हुई है, पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लग सकती है।
एनआइए को मिल सकती है जांच
16 अक्टूबर, 2020 को शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या की जांच केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को सौंप दी थी। स्थानीय पुलिस की ओर से पकड़े गए तीनों आतंकियों से बरामद आइईडी, हथगोले, असले व ड्रग मनी का मामला भी एनआइए को सौंपा जा सकता है। एनआइए के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा बुधवार को बकायदा स्थानीय पुलिस के साथ संपर्क करके तीनों आतंकियों बाबत जानकारी भी सांझी की गई।
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