पदमश्री पाकर यूनीक होम पहुंची प्रकाश कौर तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत
मां-बाप द्वारा बेसहारा की गई बिचयों को सहारा देने वाली बीबी प्रकाश कौर शनिवार को दिल्ली से पदमश्री अवार्ड लेकर वापस जालंधर पहुंची।

संवाद सहयोगी, जालंधर : मां-बाप द्वारा बेसहारा की गई बच्चियों को सहारा देने वाली बीबी प्रकाश कौर शनिवार को दिल्ली से पदमश्री अवार्ड लेकर वापस जालंधर पहुंची। शनिवार को यूनीक होम पहुंचने पर उनके यूनिक होम में रहने वाली बच्चियों ने मिलकर मुख्य द्वार पर तालियों और उत्साह के साथ अपनी मां का स्वागत किया। मां को वापस अपने बीच देखकर बच्चों में खुशी की लहर दौड़ उठी। अपनी बच्चियों को इस तरह खुश देख मां का दिल भी गदगद हो उठा। लगभग 40 साल से समाज के लिए सेवा निभा रही बीबी प्रकाश कौर को नौ नवंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के द्वारा पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया था, जिसे लेकर वह मंगलवार को अपने शहर पहुंची। यह सम्मान मिलने पर उनके बच्चों ने भी उन्हें बधाई दी।
समाज में बच्चियों के प्रति लोगों की सोच बदलने एवं सम्मान के लिए उनके द्वारा जो योगदान दिए जा रहे हैं उसे हर कोई सराह रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान ने मुझे जिस काम के लिए चुना है मैं उस पर हमेशा लगी रहूंगी और मैं समाज के लोगों से यही हाथ जोड़कर विनती करती हूं कि वह लड़कियों के साथ बुरा व्यवहार ना करें। यह भगवान का रूप है इन्हें फेंके ना बल्कि हमें लाकर दें। उन्होंने कहा कि यह अवार्ड मिलने पर मेरी जिम्मेदारियां और बढ़ गई हैं और उसे मैं बखूबी निभाऊंगी।
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