रूरल रैपिड रिस्पांस सिस्टम शुरू, सूचना पर जल्द पहुंचेगी पुलिस
आए दिन महानगर के बैंकों में लूट झपटमारी नशा तस्करी व अन्य प्रकार के वारदातों में बढ़ोतरी हो रही है। इसके चलते एसएसपी स्वर्णदीप सिंह ने शुक्रवार को रूरल रैपिड रिस्पांस सिस्टम की शुरुआत की।

संवाद सहयोगी, जालंधर : आए दिन महानगर के बैंकों में लूट, झपटमारी, नशा तस्करी व अन्य प्रकार के वारदातों में बढ़ोतरी हो रही है। इसके चलते एसएसपी स्वर्णदीप सिंह ने शुक्रवार को रूरल रैपिड रिस्पांस सिस्टम की शुरुआत की। यह सिस्टम सीधे कंट्रोल रूम में आने बाली पीड़ित के फोन से कनेक्ट रहेगा एवं आधुनिकीकरण के साथ-साथ वायरलेस, जीपीएस सिस्टम से लैस है।
एसएसपी ने बताया कि इस सिस्टम से आम जनता को सहूलियत प्रदान करना और ला एंड आर्डर को बरकरार रखने में कारगर साबित होगा। इस सिस्टम द्वारा जिले को अलग-अलग कैटेगरी में बांटा गया है। इसमें कंट्रोल रूम से मिलने बाली सूचनाओं को वारदात की घटना का डिजिटल नक्शा भेजने की सुविधा के साथ साथ वाहन लोकेटर सिस्टम से लैस किया गया है। इसकी सहायता से कम से कम समय में पुलिस पीड़ित के पास पहुंच सकेगी। वर्णनयोग्य है कि प्रशासन ने इस सुविधा की शुरुआत पहले भी की थी, परंतु कुछ बुनियादी ढांचे के कारण इतना सफल ना हो सका। सिस्टम को अपग्रेड कर एसएसपी जालंधर ने दोबारा जनता की सुविधा के लिए फिर से इसकी शुरुआत की है। सिस्टम कैसे करेगा काम
शहर के किसी भी कोने में अगर पीड़ित वारदात की सूचना देने के लिए कंट्रोल रूम में फोन करते है तो सिस्टम आपरेटर टीम शिकायतकर्ता का लोकेशन ट्रेस कर डिजिटल नक्शा पीड़ित के न•ादीकी पीसीआर की टीम को भेजेगी। वाहन लोकेटर नए सिस्टम से लैस रिस्पांस टीम कम से कम समय में मौके पर पहुंच सहायता कर सकेगी।
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क्या है उद्देश्य
-अपराध पर अंकुश लगाना व कानून व्यवस्था को सुनिश्चित करना
-जनता में आत्मविश्वास पैदा करना व पुलिसकर्मियों की मौजूदगी को बरकरार रखना
-देहात क्षेत्र में अपराध पर रोक लगाने के लिए 24 घंटों की सुरक्षा प्रदान करना
-शहर के अलग-अलग थानों व साथ लगते जिलों के पुलिसकर्मियों में आपसी कोआर्डिनेट करना।
-एरिया सीलिग, रेड अलर्ट व सरप्राइज चेकिग को सुनिश्चित करना
- देहात व शहरी क्षेत्र में ट्रैफिक का प्रबंधन के साथ-साथ जिला को सूचना केंद्र के रूप में काम करना इन नंबर पर दे सूचना 181/112
रूरल रैपिड रिस्पांस सिस्टम की शुरुआत कर एसएसपी जालंधर ने हेल्पलाइन नंबर 181/112 भी जारी किया है। इस पर देहात क्षेत्रों में वारदात दौरान पीड़ित इन नंबरों पर सूचित कर सहायता मांग सकता है। पुलिस को सूचना मिलते ही नजदीकी पीसीआर टीम पीड़ित के पास जल्द से जल्द पहुंच जाएगी।
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