जालंधर में दुकानदारों के साथ हुई बदसलूकी, शिकायत करने पहुंचे तो पीड़ित को ही दे डाली धमकी; मौके पर जमकर हुआ हंगामा
गोराया में दुकानदारों से बदसलूकी की शिकायत पर पुलिस के रवैये से हंगामा हो गया। पीड़ितों का आरोप है कि एएसआई ने शिकायत लिखने की बजाय उन्हें ही धमकाया। नगर पार्षदों और भाजपा नेताओं ने भी पुलिस के व्यवहार पर रोष जताया। एसएचओ ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया जबकि एएसआई ने आरोपों को गलत बताया।

संवाद सूत्र, गोराया (जालंधर)। गोराया में दुकानदारों के साथ बदसलूकी और धमकी देने की शिकायत पुलिस तक पहुंची तो मामला उलटा पड़ गया। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि मौके पर पहुंचे एएसआई ने शिकायत दर्ज करने की बजाय उन्हें ही कार्रवाई की धमकी दे डाली।
इससे मौके पर भारी हंगामा खड़ा हो गया और नगर के कई नेता भी पुलिस व्यवहार के खिलाफ खुलकर सामने आ गए। पीड़ित सरबजीत सिंह ने बताया कि रविवार को एक युवक ने उनकी सड़क पर खड़ी गाड़ी हटाते समय बदसलूकी की।
सूचना देने पर भी पुलिस मौके पर नहीं आई। इसी बीच आरोपी युवक तेजधार हथियार लेकर फिर से धमकाने पहुंच गया और दुकानों के शटर पर तलवार से वार करने लगा।
जब दोबारा पुलिस को बुलाया गया तो एएसआई सुरिंदर मोहन ने उलटे उन्हें ही कानूनी कार्रवाई की धमकी देनी शुरू कर दी। इस व्यवहार से नगर पार्षद राहुल पुंज, सन्नी मनोता, भाजपा नेता राजन मक्कड़, सुखविंदर सिंह बबलू और बहादुर सिंह ने भी रोष जताया।
उन्होंने आरोप लगाया कि मामले को गंभीरता से रखने के बावजूद एएसआई ने उनके साथ भी बदसलूकी की। सूचना मिलते ही एसएचओ सिकंदर सिंह विर्क मौके पर पहुंचे और लोगों को आश्वस्त किया कि आरोपी युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
क्या बोले एएसआई सुरिंदर मोहन
इस संबंध में एएसआई सुरिंदर मोहन का कहना है कि वह शिकायत के आधार पर दूसरे पक्ष से पूछताछ के लिए गए थे। पीड़ित तक पहुंचने में देरी जरूर हुई, लेकिन किसी के साथ बदसलूकी करने का आरोप निराधार है।
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