जालंधर के SHO भूषण सिंह पर एक और महिला ने लगाए गंभीर आरोप, बोली- जबरन अपने पास बुलाता था; जारी की रिकॉर्डिंग
फिल्लौर में नाबालिग लड़की और उसकी मां से दुष्कर्म के आरोपी एसएचओ भूषण कुमार के खिलाफ एक और महिला ने गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ने कॉल रिकॉर्डिंग पेश करते हुए कहा कि एसएचओ उसे जबरन अपने पास बुलाता था और रेड के दौरान महिलाओं के नंबर लेकर उन्हें परेशान करता था। लोक इंसाफ मंच ने 15 अक्टूबर तक मुकदमा दर्ज करने का अल्टीमेटम दिया है।

एसएचओ भूषण कुमार के खिलाफ एक और शिकायत
संवाद सहयोगी, फिल्लौर। नाबालिग लड़की व उसकी मां से दुष्कर्म मामले में थाना फिल्लौर के लाइन हाजिर किए गए एसएचओ भूषण कुमार को शुक्रवार को सस्पेंड कर दिया गया था। भूषण कुमार के कारनामों के खिलाफ एक और पीड़िता सामने आई है। नाबालिग लड़की व उसकी मां के बाद सामने आई एक अन्य महिला ने लोक इंसाफ मंच के प्रधान जरनैल सिंह व समाजसेवी रामजी दास के सामने आरोप लगाया कि उसके पास अनेक ऐसी रिकॉर्डिंग हैं जिनमें थाना प्रभारी भूषण कुमार उसे जबरन अपने पास आने के लिए कहता था। पीड़िता ने बताया कि भूषण कुमार जहां कहीं भी रेड करने जाता था, परिवार की महिलाओं के नंबर लेकर उन्हें अपने पास बुलाता था।
शिकायत लेकर पहुंची एक अन्य महिला ने अपना नाम उजागर न करने की शर्त पर कॉल रिकॉर्डिंग सुनाई। उसने कहा कि भूषण भ्रष्टाचार ही नहीं बल्कि हवस का भूखा है। उसने बताया कि कुछ सप्ताह पहले भूषण कुमार सरकारी गाड़ी का सायरन बजाता हुआ आया और आकर कहा कि सुबह अपने पति को थाने में पेश करे, उसका किसी मुकदमे में नाम दर्ज है। यह सुनकर उसका पति घबरा गया। सुबह वह खुद एसएचओ के पास थाने में चली गई जहां एसएचओ ने उसका फोन नंबर लेकर उसे वापस भेज दिया। उसके बाद हद तो तब हो गई जब एसएचओ आए दिन उनके घर मिलने के लिए फोन करने लगा। महिला की बात पर कोई यकीन नहीं करता, यदि इस घटना की कॉल रिकॉर्डिंग न होती। इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से संपर्क करना चाहा तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।
जब छोटे पुलिस अधिकारियों से उम्मीद टूट जाती है तो वरिष्ठ अधिकारियों की शरण ली जाती है। परंतु इस मामले में अधिकारियों का रवैये अत्यंत असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदाराना है। नाबालिग लड़की व उसकी मां ने आरोप लगाया कि जो महिला अधिकारी मेडिकल करवाने उन्हें सिविल अस्पताल लेकर गई, उसने भी उन्हें मुंह बंद रखने के लिए धमकाया। इसके बाद पुलिस के एक उच्च अधिकारी ने थाने में बुलाया और कहा कि भूषण कुमार ने जो गलती की है, उसका साथ नहीं देंगे।
13 अक्टूबर को महिला आयोग के समक्ष पेश होकर पूरा रिकॉर्ड रखना है इसलिए महिला अधिकारी के दुर्व्यवहार की बात नकार दे। इतना ही नहीं, उच्च अधिकारी दबाव बना रहे हैं कि उसकी बेटी अपनी मां को महिला आयोग के सामने ‘मौसी’ कहे क्योंकि पुलिस ने जल्दबाजी में दर्ज किए मुकदमे में मौसी लिख दिया है। दूसरा कारण लिखा है कि पीड़ित लड़की की मां की पंजाब में दूसरी शादी है। लोक इंसाफ मोर्चा ने प्रशासन को 15 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया है कि एसएचओ पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो धरना शुरू कर दिया जाएगा।
महिला ने सुनाई एसएचओ की काल रिकॉर्डिंग
भूषण कुमार : आजा मेरी बुग्गी, मैं जालंधर तो चल पेआ
लड़की : मैं बीमार आं
भूषण कुमार : तू आजा दवाई ले के। मैं अद्दे घंटे च आ जाना
लड़की : चलो मैं देखदी
भूषण कुमार: देखना नई आ जाना तू अज्ज
लड़की : मेरा स्कूटर खराब ऐ
भूषण कुमार : बाहर निक्कल आ, मैं तैनूं सरकारी गाड़ी विच बैठा के ले जांगा
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