Jalandhar News: डॉक्टर पर गोली चलाने वाला अयोध्या से गिरफ्तार, सात दिनों की मिली रिमांड
जालंधर में किडनी अस्पताल के डॉक्टर राहुल सूद पर हुए गोलीकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने अयोध्या से एक आरोपित सत्य नारायण को गिरफ्तार किया है जिसे अदालत ने सात दिन के रिमांड पर भेजा है। सीसीटीवी में कैद हुए तीन हमलावरों में से एक की पहचान हो चुकी है जो उत्तर प्रदेश के अयोध्या का रहने वाला है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में 19 अगस्त को किडनी अस्पताल के डॉ. राहुल सूद पर गोली चलाने के मामले की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने एक आरोपित को अयोध्या से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित को अदालत में पेश कर सात दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
हमले में तीन आरोपित शामिल थे जिनके चेहरे वारदात स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे। आरोपित की पहचान सत्य नारायण के रूप में हुई जो जालंधर के इंडस्ट्रियल एरिया में थाना डिवीजन नंबर आठ से कुछ दूरी पर स्थित राम सिंह दा वेहड़ा में रहता था। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला अयोध्या के हैदरगंज का रहने वाला है।
पुलिस उससे पूछताछ कर रही है ताकि फरार बाकी हमलावरों को भी जल्द पकड़ा जा सके। 19 अगस्त की रात अर्बन एस्टेट फेज-2 स्थित मोर सुपर मार्केट स्टोर के बाहर यह वारदात हुई थी। किडनी अस्पताल के डा. राहुल सूद अपने घर लौट रहे थे। तभी तीन बदमाशों ने उन पर गोलियां चला दी थीं। हालांकि डा. सूद इस हमले में बाल-बाल बच गए थे।
थाना डिवीजन नंबर सात की पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने जांच के लिए विशेष टीम गठित की जिसमें डीसीपी इन्वेस्टिगेशन मनप्रीत सिंह ढिल्लों, एडीसीपी इन्वेस्टिगेशन जयंती पुरी, एडीसीपी सिटी-2 हरिंदर सिंह गिल, एडीसीपी परविंदर सिंह व एसीपी माडल टाउन रूपदीप कौर शामिल थीं।
टीम में सीआइए स्टाफ इंचार्ज सुरिंदर कुमार और एसएचओ बलजिंदर सिंह भी शामिल रहे। पुलिस ने तकनीकी जांच, सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुरागों के आधार पर तीनों हमलावरों की पहचान की। इसके बाद 24 अगस्त को पुलिस ने इनमें से एक आरोपित सत्य नारायण को उत्तर प्रदेश के अयोध्या से गिरफ्तार कर लिया। वहीं बाकी दो आरोपितों की तलाश पुलिस टीमें दिल्ली में कर रही हैं।
वारदात के बाद तीनों ट्रेन से दिल्ली पहुंचे, वहां से हो गए अलग-अलग सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपितों के भागने की लोकेशन चेक की, जिससे पता चला कि वारदात के बाद वो इंडस्ट्रियल एरिया में अपने-अपने क्वार्टरों में चले गए। वहां से सामान लेकर सिटी रेलवे स्टेशन पर पहुंचे।
वहां पर भी लगे सीसीटीवी कैमरों में आरोपित कैद हो गए। तीनों ट्रेन से दिल्ली पहुंचे और फिर अलग-अलग हो गए। दो आरोपित स्टेशन से बाहर निकल गए, जबकि सत्य नारायण अयोध्या चला गया। पुलिस ने जालंधर के क्वार्टरों में उसके साथ रहने वाले लोगों को पूछताछ की तो अयोध्या का पता मिल गया।
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