लोगों के तानों ने बना दिया इस नौजवान को चैंपियन, कपिल के शो से मिला गुरु
लोगों के तानों ने जगाधरी के गुरविंद्र सिंह उर्फ शैंकी को चैंपियन बना दिया। तानों से परेशान शैंकी को नौकरी छोड़नी पड़ी, लेकिन कपिल शर्मा के शो में ग्रेट खली को देख जीवन बदल गया।
जालंधर, [राजेश भट्ट]। लोगों के ताने भी राह दिखाते हैं और कुछ कर गुजरने का जज्बा जगाते हैं। बस एक जिद जरूरी है और कहते भी हैं जिद करो दुनिया बदलो। ऐेसे में सही राह दिखाने वाला रहबर मिल जाए तो कुछ भी नामुकिन नहीं होता। और इसे साबित किया है हरियाणा के जगाधरी के गुरविंद्र सिंह उर्फ शैंकी ने। लोग उनके लंबे कद का मजाक उड़ाते थे आैर जमकर ताने कसते थे। वह ऐसे में कुछ खास करके लोगों को जवाब देना चाहते थे। इसी बीच कपिल शर्मा के शो में ग्रेट खेली को देखा तो राह और गुरु दाेनों मिल गए। आज शैंकी रेसलिंग चैंपियन हैं।
लंबे कद के कारण लोग और सहकर्मी देते थे ताने, छोड़नी पड़ी थी अकाउंटेट की नौकरी
27 वर्षीय गुरविंद्र सात फीट लंंबे हैं और द ग्रेट खली की जालंधर एकेडमी में ट्रेनिंग ले रहे हैं। तानों के कारण शैंकी को अकाउंटेंट की नौकरी छोड़नी पड़ी थी। लेेकिन, बुलंद हौसले ने शैंकी को कामयाबी की ऐसी राह दिखाई की ताने देने वाले लोग आज तालियां बजाने को मजबूर हैं।
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शैंकी की सफलता की कहानी असल में काॅमेडियन कपिल शर्मा के शो से शुरू हुई। दरअसल शैंकी एक दिन घर में बैठकर टीवी पर कपिल शर्मा का कॉमेडी शो देख रहे थे। इसमें ग्रेट के रूप में ग्रेट खली उर्फ दिलीप राणा आए हुए थे। शो में खली ने जालंधर स्थित अपनी एकेडमी सीडब्ल्यूई के बारे में बताया तो शैंकी को जैसे अपनी राह मिल गई।
कॉमेडियन कपिल शर्मा में शो में ग्रेट खली को देखा तो मिली जिंदगी में नई राह व उम्मीद
शैंकी अभी डब्ल्यूडब्ल्यूई की तैयारी में जुटे हैं। वह इसके लिए एक ट्रायल दुबई में दे चुके हैं, एक और देना है, यदि इसमें सफल रहे तो खली के बाद वह भी डब्ल्यूडब्ल्यूई में भारत का नाम रोशन करेंगे। शैंकी दुबई में पांच दिन का ट्रायल दे चुके हैं। उनका दावा है कि वह 100 फाइट कर चुके हैं, जिनमें से 90 में जीते हैं। 4 जुलाई को हिमाचल के मंडी में अंतरराष्ट्रीय संस्था टीएनई की ओर से करवाए टूर्नामेंट में वह चैंपियन रहे।
ग्रेट खली के साथ गुरविंद्र सिंह उर्फ शैंक।
जगाधरी के महाराजा अग्रसेन कॉलेज से बीकॉम करने के बाद शैंकी एक यूनिवर्सिटी में बतौर अकाउंटेट नौकरी करने लगे। परिवार की आर्थिक स्थिति ज्यादा ठीक नहीं थी, ऐसे में वह परिवार की मदद करना चाहते थे। शैंकी सात फीट लंबे थे और उस समय काफी दुबले भी थे, ऐसे में सहकर्मी उनकी लंबाई का मजाक उड़ाते थे। यहां तक कि पड़ोसी और रिश्तेदार भी ताने देते थे।
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शैंकी ने कहा, तानों से तंग होकर मैं उन्हें बोलता था, लंबा हूं तो इसमें मेरा क्या गुनाह। लोगों के ताने बढ़ते गए तो सहनशक्ति घटती गई और मैं ने वह नौकरी छोड़ दी और कुछ और करने का सोचने लगा। दोस्तों ने कहा, लंबाई और फेस अच्छा है, मॉडलिंग कर ले। उनकी बात सही भी लगी और मैंने एक दो कंपनी में बात करनी शुरू कर दी।' शैंकी ने कहा, उन्हीं दिनों टीवी पर शो 'कॉमेडी नाइट्स विद कपिल' में खली आए तो उन्होंने अपनी रेसलिंग एकेडमी के बारे में बताया। बस फिर क्या था, मैं जान चुका था कि यही मेरी मंजिल है और यही मुझे करना है।
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आसान न था जालंधर में ट्रेनिंग लेना
शैंकी ने कहा, इसके बाद जनवरी 2015 में जालंधर में द ग्रेट खली सीडब्ल्यूई एकेडमी ज्वाइन कर ली, लेकिन वहां ट्रेनिंग लेना आसान नहीं था। एक तो मैं काफी दुबला-पतला था, इसलिए डाइट पर काफी ज्यादा खर्च करना पड़ता था, ऊपर से रहने का खर्च। तीन साल नौकरी करके जो भी बचाया था, ट्रेनिंग में लगा दिया। यह रकम मकान बनाने के लिए जमा की थी। लेकिन फिर सोचा कैरियर बन जाएगा तो बाद में घर भी बना लेंगे।
एक विदेशी रेसलर के साथ मुकाबले के दौरान गुरविंद्र सिंह उर्फ शैंकी (लंबे बालों वाला।)
शैंकी आगे कहा, 'वह रकम तो कुछ ही दिन चल पाया, फिर मिले राजन कक्कड़ मेरे प्रमोटर बने और मदद की। खुद आर्थिक सहायता दी और अन्य संस्थाओं से भी दिलवाई। दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी प्रधान मंजीत सिंह ने भी काफी मदद की। इस तरह संस्थाओं और लोगों की मदद से मेरी ट्रेनिंग चलने लगी।'
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हर माह खाने पर आता है पचास हजार रुपये का खर्च
शैंकी ने बताया कि उनकी डाइट पर हर माह 50 हजार रुपये का खर्च आता है। वह रोज सुबह नाश्ते में डेढ़ दर्जन अंडे, दलिया, दो लीटर दूध लेते हैं। दोपहर में खाने में फुल चिकन, दाल, एक बड़ी प्लेट चावल, रोटी लेते हैं। शाम के वक्त नाश्ते में फिर एक दर्जन अंडे और रात को खाने में चिकन, चावल, दाल रोटी लेते हैं।
एक मुकाबले के लिए जाता गुरविंद्र सिंह उर्फ शैंकी।
'ब्रोकलेसनर को धूल चटाने है लक्ष्य'
शैंकी का लक्ष्य है डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन अमेरिका के ब्रोकलेसनर को हराना। वह ब्रोकलेसनर को धूल चटाकर देश का नाम रोशन करना चाहते हैं। उनका कहना है कि पूरा विश्वास है कि ब्रोकलेसनर को हराकर देश के खेलप्रमियों को जरूर खुश करेंगे। इसमें द ग्रेट खली का पूरा सहयोग अौर अाशीर्वाद मिल रहा है।
एक विदेशी रेसलर के साथ मुकाबले के दौरान गुरविंद्र सिंह उर्फ शैंकी (लंबे बालों वाला।)
परिवार में सभी हैं लंबे और तगड़े
शैंकी के परिवार में सभी लंबे और तगड़े हैं। उनके पिता सरदार नरेंद्र सिंह छह फीट लंबे हैं और प्राइवेट नौकरी करते हैं। मां नरेंद्र कौर हाउस वाइफ हैं और उनकी लंबाई पांच फीट छह इंच है। वह दो बहनों का इकलौता भाई है। परिवार किराये के मकान में रहता है। उन्होंने महाराजा अग्रसेन कॉलेज से 2010 में बीकॉम किया।