लाल जीत भुल्लर ने पूर्व सीएम प्रताप सिंह कैरों के पौत्र को हराया, दिलचस्प है चुनाव लड़ने की कहानी
आप नेता लालजीत सिंह भुल्लर ने पट्टी विधानसभा क्षेत्र से पंजाब के पूर्व मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरों को हराया है। आदेश प्रताप पूर्व सीएम प्रताप सिंह कैरों के पौत्र हैं। भुल्लर कभी आदेश के करीबी होते थे।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। पट्टी की अनाज मंडी में आढ़त का काम करने वाले लालजीत सिंह भुल्लर किसी समय पंजाब के पूर्व मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरों के करीबी होते थे। कैरों की सरकार के दौरान लालजीत सिंह भुल्लर आढ़ती यूनियन पट्टी के अध्यक्ष भी रहे। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों की तीसरी पीढ़ी के आदेश प्रताप सिंह कैरों के साथ अचानक मनमुटाव इस कदर बढ़ गया कि लालजीत ने शिअद को छोड़ आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली।
कोरोना लाकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों की मदद भुल्लर को इस कदर रास आई कि जिस हलके में कैरों परिवार की कई दहाकों से तूती बोलती थी, वहां पर आम आदमी पार्टी का झंडा बुलंद करके विधायक का चुनाव जीता और नया इतिहास रच दिया।
50 वर्षीय लाल जीत सिंह भुल्लर के पिता सुखदेव सिंह बैंक के रिटायर्ड अधिकारी है। एक भाई विदेश में सेटल है। पत्नी सुरिंदरपाल कौर भुल्लर का लालजीत सिंह को पूरा सहयोग मिला। जिसके चलते नगर कौंसिल पट्टी के चुनाव में दो वार्डो से आप के दो पार्षद जीते। इन पार्षदों की जीत के बाद लालजीत सिंह भुल्लर का उत्साह इस कदर बढ़ा कि आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवंत सिंह मान के माध्यम से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भुल्लर को बुलाकर दोपहर का भोजन करवाया।
अरविंद केजरीवाल से मिलकर लौटते ही भुल्लर ने विस हलका पट्टी के प्रत्येक गांव में अपनी जड़ें मजबूत करनी शुरू कर दी। पार्टी हाईकमान ने भुल्लर को हलके का इंचार्ज लगाया तो वर्करों का उत्साह और बढ़ गया। इसी उत्साह के चलते पूर्व मंत्री आदेश प्रताप सिंह कैरों, पूर्व विधायक हरमिंदर सिंह गिल के गढ़ में सेंध लगाने के अवसर मिलते रहे।
लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि हलके के लोगों ने मुझे विधायक बनाकर अपना फर्ज पूरा कर दिया है। अब मैं हलके के लोगों का कर्ज उतारने के लिए उनके द्वार तक जाऊंगा। लोगों को अब मेरे पास आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बल्कि उसी तरह लोगों तक पहुंच बनाऊंगा, जिस कदर वोट मांगने के लिए लोगों तक जाता रहा हूं।
नशा बेचने वाले सुधर जाए
लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि सबसे पहली जिम्मेदारी हलके को नशा मुक्त बनाने और लोगों को अच्छी सेहत सेवाओं के साथ बेहतर शिक्षा सेवाएं प्रदान करवाना है। मेरी उन लोगों को हाथ जोड़कर बेनती है जो नशा बेचने का काम करते रहे है। रब्ब दा वास्ता ए हुण नशा वेचना बंद कर देवो या फिर जेलों में जाने लिए तैयार हो जाओ। भुल्लर ने कहा कि अब लोगों पर पर झूठे मुकदमें नहीं दर्ज होंगे और न ही सरकारी दफ्तरों में रिश्वत का दौर चलेगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।