पटेल अस्पताल का दावा : कागजात हमारे पास, बेरी कर रहे धक्केशाही Jalandhar News
पटेल अस्पताल की दीवार गिराने व जमीन पर अवैध कब्जे के मामले को लेकर सोमवार को अस्पताल प्रशासन खुलकर सामने आया। ...और पढ़ें

जालंधर, जेएनएन। पटेल अस्पताल की दीवार गिराने व जमीन पर अवैध कब्जे के मामले को लेकर सोमवार को अस्पताल प्रशासन खुलकर सामने आया। अस्पताल प्रशासन ने इलाका विधायक व दवा विक्रेताओं पर धक्केशाही करने व तोड़फोड़ करने के आरोप लगाए। अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल की जमीन के तमाम कागजात व उनका कब्जा होने का दावा किया है।
पटेल अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. स्वप्न सूद ने प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि अस्पताल के बिल्डिंग प्लान को निगम ने 1979 को मंजूरी दी थी। इसके बाद टाउन प्लान स्कीम (टीपी) 27 को 1987 में अधिसूचित किया गया था। जबकि इससे पहले 1982 में अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका था। इस संबंध में निगम ने कोई अपत्ति नहीं जताई थी। टीपी 27 को अदालत में भी चुनौती दी गई है और संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी। निगम ने टीपी में बनी हुई इमारतों में से ही सड़क निकाल दी है, जबकि टीपी खाली जमीन का तैयार होता है। उन्होंने विधायक राजिंदर बेरी पर दवा विक्रेताओं के साथ मिलकर उनकी जगह में बनी दीवार गिराने, अस्पताल पर ईटें बरसाने व स्टाफ से हाथापाई करने के आरोप लगाए।
उन्होंने इस संबंध में विधायक राजिंदर बेरी सहित रिशु वर्मा, गोपाल किशन चुघ, निशांत चोपड़ा, इंद्रजीत सिंह भाटिया, अतुल गुप्ता, सर्वमीत आहुजा तथा मंगत राम के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी है। उन्होंने कहा कि विधायक और दवा विक्रेताओं को निगम के अधिकारियों के समक्ष मामला रखकर उनसे स्पष्टीकरण लाना चाहिए था। उन्होंने दावा किया कि निगम ने टीपी 27 में पार्क को पटेल अस्पताल की निर्मित संपत्ति के रूप में दिखाया है। उन्होंने अधिकारियों से भी मामले को लेकर इंसाफ की गुहार लगाई है। मौके पर पटेल अस्पताल के एमडी डॉ. एसके शर्मा, राजेश कुमार व स्टाफ के अन्य सदस्य मौजूद थे।
पटेल अस्पताल प्रशासन द्वारा दुकानदारों की ओर से ईंटें बरसाने, स्टाफ से मारपीट करने व अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़ करने के लगाए गए आरोप निराधार हैं। विधायक रजिंदर बेरी व दुकानदारों ने लोकहित में पब्लिक की जमीन पर अस्पताल द्वारा दीवार खड़ी करके गेट लगाकर अवैध कब्जा करने के प्रयास को विफल बनाया है। हमने नहीं बल्कि अस्पताल के स्टाफ ने दुकानदारों पर ईंटें बरसाई हैं।
- रिशु वर्मा, प्रधान, होलसेल केमिस्ट आर्गनाइजेशन।
पटेल अस्तपाल द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। मैं सच के साथ खड़ा हूं। हलका विधायक होने के नाते मेरा फर्ज है कि सच के साथ खड़ा होऊं। मास्टर प्लान में जिस जगह को सड़क बताया है वहां पटेल अस्पताल का ने कब्जा किया है। दवा विक्रेताओं द्वारा रोकने के बावजूद सड़क बंद कर दी। अगर ये रास्ता बंद किया जाता है तो केमिस्ट और उनसे जुड़े कारोबारियों को भारी नुकसान होगा। इससे पहले भी पटेल अस्पातल का कालोनी की सोसायटी को लेकर झगड़ा चल रहा है। - राजिंदर बेरी, विधायक।
पटेल अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. स्वप्न सूद ने प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि अस्पताल के बिल्डिंग प्लान को निगम ने 1979 को मंजूरी दी थी। इसके बाद टाउन प्लान स्कीम (टीपी) 27 को 1987 में अधिसूचित किया गया था। जबकि इससे पहले 1982 में अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका था। इस संबंध में निगम ने कोई अपत्ति नहीं जताई थी। टीपी 27 को अदालत में भी चुनौती दी गई है और संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी। निगम ने टीपी में बनी हुई इमारतों में से ही सड़क निकाल दी है, जबकि टीपी खाली जमीन का तैयार होता है। उन्होंने विधायक राजिंदर बेरी पर दवा विक्रेताओं के साथ मिलकर उनकी जगह में बनी दीवार गिराने, अस्पताल पर ईटें बरसाने व स्टाफ से हाथापाई करने के आरोप लगाए।
उन्होंने इस संबंध में विधायक राजिंदर बेरी सहित रिशु वर्मा, गोपाल किशन चुघ, निशांत चोपड़ा, इंद्रजीत सिंह भाटिया, अतुल गुप्ता, सर्वमीत आहुजा तथा मंगत राम के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी है। उन्होंने कहा कि विधायक और दवा विक्रेताओं को निगम के अधिकारियों के समक्ष मामला रखकर उनसे स्पष्टीकरण लाना चाहिए था। उन्होंने दावा किया कि निगम ने टीपी 27 में पार्क को पटेल अस्पताल की निर्मित संपत्ति के रूप में दिखाया है। उन्होंने अधिकारियों से भी मामले को लेकर इंसाफ की गुहार लगाई है। मौके पर पटेल अस्पताल के एमडी डॉ. एसके शर्मा, राजेश कुमार व स्टाफ के अन्य सदस्य मौजूद थे।
पटेल अस्पताल प्रशासन द्वारा दुकानदारों की ओर से ईंटें बरसाने, स्टाफ से मारपीट करने व अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़ करने के लगाए गए आरोप निराधार हैं। विधायक रजिंदर बेरी व दुकानदारों ने लोकहित में पब्लिक की जमीन पर अस्पताल द्वारा दीवार खड़ी करके गेट लगाकर अवैध कब्जा करने के प्रयास को विफल बनाया है। हमने नहीं बल्कि अस्पताल के स्टाफ ने दुकानदारों पर ईंटें बरसाई हैं।
- रिशु वर्मा, प्रधान, होलसेल केमिस्ट आर्गनाइजेशन।
पटेल अस्तपाल द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। मैं सच के साथ खड़ा हूं। हलका विधायक होने के नाते मेरा फर्ज है कि सच के साथ खड़ा होऊं। मास्टर प्लान में जिस जगह को सड़क बताया है वहां पटेल अस्पताल का ने कब्जा किया है। दवा विक्रेताओं द्वारा रोकने के बावजूद सड़क बंद कर दी। अगर ये रास्ता बंद किया जाता है तो केमिस्ट और उनसे जुड़े कारोबारियों को भारी नुकसान होगा। इससे पहले भी पटेल अस्पातल का कालोनी की सोसायटी को लेकर झगड़ा चल रहा है। - राजिंदर बेरी, विधायक।

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