अब स्कूलों के आर्ट एंड क्राफ्ट रूम में दिखेगी बच्चों की कला, दीवारों पर पेंटिंग की जाएगी डिस्पले
आर्ट एंड क्राफ्ट रूम को क्लासरूम के रूप में इस्तेमाल करनेेे के लिए सजाया जा सकता है। ताकि जब स्कूल खुले तो बच्चों को पहले दिन से ही उनके क्लास रूम मे ...और पढ़ें

जालंधर, अंकित शर्मा। राज्य भर के सरकारी स्कूलों में बच्चों द्वारा बनाए गए आर्ट एंड क्राफ्ट को अब यूं ही कमरों में नहीं रखा जाएगा। बल्कि उन्हें दीवारों और कॉर्नर पर डिस्प्ले किया जाएगा। इसके अलावा यह केवल क्राफ्ट रूम न होकर इन्हें क्लास रूम के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। ताकि जिस कमरे में बच्चों की आर्ट डिस्प्ले हो वहां बैठकर बच्चों को सुखद एहसास मिले। पांच महीने से कोविड-19 की वजह से शिक्षा संस्थान पूरी तरह से बंद है।
ऐसे में आर्ट एंड क्राफ्ट रूम को क्लासरूम के रूप में इस्तेमाल करनेेे के लिए सजाया जा सकता है। ताकि जब स्कूल खुले तो बच्चों को पहले दिन से ही उनके क्लास रूम में उनकी ही कला का नया रूप दिखे। ऐसा करने से बच्चों में कला प्रति सकारात्मकता बढ़ेगी और क्लास रूम का माहौल भी उन्हें बेहतर लगेगा। इसे लेकर शिक्षा विभाग की तरफ से तैयारियां शुरू करवा दी गई हैं। शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में आर्ट एंड क्राफ्ट रूम बनवाए हैं, जिनमें बच्चों की तरफ से बनाई गई पेंटिंग, मॉडल आदि को रखा जाता है।
अब इन आर्ट एंड क्राफ्ट रूम को केवल आर्ट एंड क्राफ्ट रखने की जगह न बनाकर उन्हें क्लासरूम के रूप में इस्तेमाल करने को कहा है। जिसमें बच्चों की कला को बखूबी डिसप्ले किया जाए। जिससे बच्चों के हौसला बढ़े और उनकी कला को निखारने के निरंतर प्रयास करें। शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने कहा कि स्कूलों में आर्ट एंड क्राफ्ट रूम तो बनाए गए हैं जो केवल बच्चों की आर्ट को रखने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं उन्हें क्लास रूम के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।
जिला शिक्षा अधिकारियों और स्कूल मुखियों को आदेश देकर तुरंत प्रभाव से स्कूलों में बनाए गए आर्ट एंड क्राफ्ट रूम को क्लासरूम के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए कहा है। इसके अलावा इस पर भी विचार करें कि आर्ट एंड क्राफ्ट के जरिए क्लासरूम को कैसे और बेहतर बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्कूल समय में कभी भी आर्ट एंड क्राफ्ट रूम को ताला लगाकर बंद न रखा जाए।

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