सेवा मुक्त हो रहे मिग-21 को उड़न ताबूत कहना एयरफोर्स की तौहीन : होठी
छह दशक से भी ज्यादा समय अवधि तक देश की वायु रक्षा करते रहे मिग-21 के सेवामुक्त होने के मौके पर विमान को उड़न ताबूत कह जाने से भारतीय वायुसेना के पूर्व एयर वाइस मार्शल एसएस होठी खासे रोष मैं हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : छह दशक से भी ज्यादा समय अवधि तक देश की वायु रक्षा करते रहे मिग-21 के सेवामुक्त होने के मौके पर विमान को उड़न ताबूत कह जाने से भारतीय वायुसेना के पूर्व एयर वाइस मार्शल एसएस होठी खासे रोष मैं हैं। एसएस कोठी ने कहा कि मिग-21 विमान को उड़न ताबूत कहा जाना भारतीय वायु सेना की तौहीन है। भारतीय वायु सेना अपने जांबाज पायलटों को बिना विश्वास के मिग 21 विमानों से मिशन पर नहीं भेजती रही है।
वायुसेना से रिटायरमेंट के बाद जालंधर के रणजीत नगर इलाके में रह रहे पूर्व एयर वाइस मार्शल होठी ने कहा कि भारतीय वायु सेना में कोई भी विमान ऐसा नहीं है, जो उड़ने के लिए फिट न हो। उड़ान के घंटों के मुताबिक रिपेयर की जाती है। समय पर ओवरहालिग होती है और कलपुर्जों को बदला भी जाता है। उन्होंने कहा कि वह खुद मिग-21 विमान को 1500 घंटों तक उड़ा चुके हैं।
1975 में दिल्ली में बदरपुर थर्मल प्लांट के नजदीक उन्हें एक प्रदर्शन के दौरान तकनीकी खराबी के चलते मिग-21 विमान से ही इजैक्ट (पैराशूट से कूदना) भी करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक भारतीय वायुसेना के पास मात्र मिग-21 विमान ही थे। प्रत्येक होने वाला हादसा मिग 21 का ही होता रहा और दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस विमान को उड़न ताबूत का नाम दे डाला गया। उन्होंने कहा कि सड़क से लेकर आसमान तक हादसे होते हैं। उनकी कई वजह होती हैं, जो जांच के बाद सामने आती हैं। उन्होंने कहा कि वीरवार को राजस्थान में मिग 21 विमान हादसे में दो युवा होनहार पायलटों का मौत का ग्रास बन जाना अत्यंत दुखदायी है और शहीद हुए पायलटों के परिजनों के साथ उनकी गहरी संवेदना भी है। उन्होंने कहा कि यह सवाल उनकी आत्मा को कटोच रहा है कि पायलट इजैक्ट किस वजह से नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि वायुसेना ने जांच के आदेश दिए हैं और हादसे की वजह पता चल जाएगी।
लगभग 5000 घंटे तक विभिन्न विमान उड़ाने का अनुभव रखने वाले पूर्व एयर वाइस मार्शल होठी ने कहा कि यह जरूर है कि किसी भी वायु सेना के लिए अति आधुनिक विमानों का होना लाजमी है। मिग-21 विमान सेवा मुक्त हो रहे हैं और उनकी जगह आधुनिक विमान लेंगे। यह भारतीय वायुसेना को मजबूती प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि मिग-21 विमान पर भारतीय वायु सेना के विश्वास का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पूर्व भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल धनोआ ने मिग-21 विमान में ही विग कमांडर अभिनंदन के साथ अपने कार्यकाल की आखिरी उड़ान भरी थी। विग कमांडर अभिनंदन ने भी मिग-21 विमान में ही पाकिस्तान के अत्याधुनिक एफ-16 विमान को मार गिराया था।
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