मिलिए जालंधर के नए Municipal Commissioner अभिजीत कपलिश से, 40 साल पहले दादा भी रहे शहर में कमिश्नर
जालंधर के नए नगर निगम कमिश्नर अभिजीत कपलिश ने कहा कि वह यहां पर कभी कभार आए हैं लेकिन उनके दादा नानी और पिता का यहां से पुराना संबंध रहा है। उन्होंने पहले शहर को जानने और उसके बाद योजना बनाने की बात कही।

जागरण संवाददाता, जालंधर। आइएएस अभिजीत कपलिश ने नगर निगम कमिश्नर के पद का चार्ज संभाल लिया। 2015 के आइएएस अभिजीत इससे पहले लोकल बाडी डिपार्टमेंट में अतिरिक्त सचिव के पद पर थे। वीरवार को नगर निगम कमिश्नर की जिस कुर्सी को संभाला, उस कुर्सी पर कभी उनके दादा एसी शर्मा भी सेवाएं दे चुके हैं।
पद संभालने के बाद उन्होंने जालंधर से लिंक के सवाल पर कहा कि वह यहां पर कभी कभार आए हैं लेकिन उनके दादा, नानी और पिता का यहां से पुराना संबंध रहा है। उनके दादा एसी शर्मा जालंधर नगर निगम (जब यह 1983-84 में कमेटी हुआ करती थी) तब उसके कमिश्नर रहे। उस दौरान जालंधर में बाढ़ आई थी और शहर का एक हिस्सा डूब गया था। निगम कमिश्नर अभिजीत कपलिश के अनुसार दादा ने बताया था कि तब 107 साल बाद शहर में बाढ़ आई थी और माता का एक मंदिर भी उसमें डूब गया था।
जालंधर मेरे लिए अपना ही शहर
वह बोले, ‘बाकी मैं पंजाबी बंदा हां ते जालंधर नाल कोई ना कोई लिंक तां निकल ही आणा।’ फिर हंसते हुए बताते हैं कि मेरी नानी भी केएमवी में पढ़ी हैं। पिता भी डीसी कार्यालय में सुपरिंटेंडेंट रहे हैं। जालंधर मेरे लिए अपना ही शहर है।
मुद्दों को लेकर बोले अभिजीत-अभी शहर का गेड़ा मारूंगा
शहर और नगर निगम से जुड़े मुद्दों पर कहा कि अभी जल्दबाजी में कुछ कहना उचित नहीं होगा। 10-15 दिन का समय दीजिए, अभी शहर का गेड़ा मारूंगा। शहर से जान पहचान हो जाए। हालात देख लूं, उसके बाद ही कुछ कह पाऊंगा। हां इतना तय है कि सफाई व्यवस्था, सड़क, सीवरेज, स्ट्रीट लाइट जैसी मूलभूत सुविधाओं को बेहतर करने का प्रयास रहेगा।
अगर नियमों के खिलाफ कुछ हो रहा है तो उस नियमों के मुताबिक ही रोकना है। जल्द ही सभी ब्रांच के साथ मीटिंग करके फीडबैक लेनी है और उसी के आधार पर अगली प्लानिंग होगी। उन्होंने बताया कि उन्होंने बठिंडा में ट्रेनिंग ली। मानसा में एसडीएम रहे। अबोहर में निगम कमिश्नर, फाजिल्का और पठानकोट में एडीसी भी रहे हैं।
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