शहरनामाः कोरोना संकट के बीच 'गायब' हो गए शहर के महापौर जगदीश राजा
मेयर जगदीश राजा ने खुद सो होम क्वारंटाइन कर लिया है। अब महामारी से जूझ रहे शहर के लोगों की मूलभूत सुविधा की सुध कौन लेगा इसका जवाब फिलहाल उनके पास नहीं है।
जालंधर, [मनोज त्रिपाठी]। इस समय पूरा शहर कोरोना वायरस का दंश झेल रहा है और शहर के प्रथम नागरिक महापौर जगदीश राज राजा घर में कैद हैं। उनके ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी यानि ओएसडी कोरोना पॉजिटिव आए हैं। इसलिए मेयर को भी क्वारंटाइन कर दिया गया है। इसके बाद से तो मेयर बिल्कुल निष्क्रिय ही हो गए हैं। नगर निगम का जो स्टाफ मेयर के ओएसडी के साथ संपर्क में था, उन्हें भी सेहत विभाग की ओर से क्वारंटाइन कर दिया गया है। अब महामारी से जूझ रहे शहर के लोगों की मूलभूत सुविधा की सुध कौन लेगा, इसका जवाब फिलहाल मेयर के पास नहीं है। क्वारंटाइन होने का यह मतलब नहीं है कि जनाब अपनी ड्यूटी भूल जाएं और लोगों को उनके हाल पर छोड़ दें। कम से कम निगम से संबंधित सुविधाओं की पड़ताल तो जरूर करनी चाहिए, क्योंकि इन दिनों में तो लोगों को आपकी पहले से ज्यादा जरूरत है।
शीतल को पुलिस ने किया गरम
जालंधर की बस्तियों के सियासी समीकरण हमेशा ही बनते-बिगड़ते रहते हैं। उसी के हिसाब से बस्तियों में सियासत करने वाले नेता भी नए-नए समीकरण बनाते रहते हैं। बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी के नेता शीतल अंगुराल को पुलिस ने उन्हीं के इलाके से जुआ खेलते हुए गिरफ्तार कर लिया था। इस दौरान पुलिस ने मौके से ही लाखों रुपये भी जब्त किए। एक तरफ शहर में कर्फ्यू और कोरोना वायरस जैसी महामारी का खौफ है तो दूसरी तरफ उससे निपटने के लिए राहत कार्य में जुटे लोग व प्रशासन। इन सबके बीच शीतल अंगुराल की गिरफ्तारी की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। इसके बाद देर रात तक पूरे शहर में इस बात की चर्चा होती रही कि शीतल को कर्फ्यू के बीच पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद अच्छे से गरम किया है। खैर, अगले ही दिन उन्होंने पलटवार किया है कि पुलिस उनकी वीडियो वायरल करे।
पुलिस नहीं समझा पाई, यमराज आए
कोरोना महामारी से शहरवासियों से लेकर पुलिस व जिला प्रशासन पूरे सप्ताह जूझता रहा। हजारों पुलिस मुलाजिम पूरे जिले में कफ्र्यू की पालना करवाने में जुटे रहे। जब पुलिस मुलाजिम कर्फ्यू का पालन करवा पाने में सफल नहीं हो पाए तो पुलिस ने सिविल वालंटियर्स का सहारा ले लिया और उनके हाथों में भी डंडे थमा दिए। डंडा थामते ही सिविल वालंटियर खुद को सुपरकॉप समझने लगे। खैर इन वालंटियर्स की जालंधर के लोगों ने ज्यादा नहीं सुनी। इसी दौरान जालंधर में एक नारा गूंजा हम हैं यम, बिना काम के निकलोगे बाहर तो निकाल देंगे दम। यमराज का वेष बनाकर रामलीला के कलाकारों ने लोगों को कर्फ्यू न तोड़ने को लेकर समझाया तो कई लोग उनकी बात समझते नजर आए। यानी जो बात सवा महीने से पुलिस व प्रशासन नहीं समझा पा रहा था उसे यमराज ने सड़कों पर निकल रहे लोगों को एक दिन में ही समझा दिया।
तेरे दर्द से दिल आबाद रहा...
अभिनेता ऋषि कपूर की फिल्म बॉबी, राम तेरी गंगा मैली, प्रेम ग्रंथ, लैला मजनू, रफू चक्कर, कर्ज, चांदनी, हिना, सागर सहित तमाम फिल्मों को जालंधर के प्रसिद्ध फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर वकील सिंह ने रिलीज किया गया था। साल 1974 से शुरू हुआ सफर 30 सालों से भी ज्यादा तक जारी रहा। यही कारण था कि जालंधर से भी ऋषि कपूर का खास नाता बन गया था। शुरुआती दौर में तो अपनी फिल्मों के रिलीज से पहले ऋषि कपूर जालंधर में भी आते रहते थे। ऐसे में उनके साथ जालंधर के भी तमाम लोगों के अच्छे रिश्ते भी बन गए थे। उनकी मृत्यु के बाद मंडी रोड स्थित फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स की गली में लगे उनकी पुरानी फिल्मों के पोस्टर उन्हें कभी न भूल पाने की गवाही देते रहे। वहीं फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स की मंडी में भी उनके साथ रिकॉर्ड किया गया अंतिम गीत 'तेरे दर्द से दिल आबाद रहा...' गूंजता रहा।
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