भव खुराना फिर टापर, सौम्य गुप्ता ने भी बरकरार रखी दूसरी पोजिशन
जेईई मेन्स मार्च सेशन का नतीजा एनटीए ने परीक्षा के महज छह दिन बाद ही जारी कर दिया है। उसमें एक बार फिर दोनों पक्के दोस्तों ने रिजल्ट में सुधार करते हुए टाप पोजिशन को बरकरार रखा है।

अंकित शर्मा, जालंधर
जेईई मेन्स मार्च सेशन का नतीजा एनटीए ने परीक्षा के महज छह दिन बाद ही जारी कर दिया है। उसमें एक बार फिर दोनों पक्के दोस्तों ने रिजल्ट में सुधार करते हुए टाप पोजिशन को बरकरार रखा है। फरवरी के सत्र में भव्य खुराना ने 99.89 पर्सेंटाइल व सौम्य गुप्ता ने 99.662 पर्सेंटाइल प्राप्त किए थे। दूसरे सत्र में भव्य ने 99.963 व सौम्य ने 99.783 पर्सेंटाइल पाया। दोनों अब बाकी के दोनों सत्रों में भी भाग लेंगे और प्वाइंटों में रहने वाली कमी को और सुधारेंगे। तीसरा सत्र 27 से 30 अप्रैल और चौथा 25 से 28 मई को होगा। बता दें कि एनटीए की तरफ से जेईई मेन्स के चारों सेशन खत्म होने के बाद ही एनटीए स्कोर के आधार पर रैंकिग निकाली जाएगी। यह जरूरी नहीं कि विद्यार्थी चारों सेशन में परीक्षा दे या फिर कोई एक। अंतिम स्कोर के आधार पर ही पर्सेटाइल को फाइनल मानते हुए रैंकिग जारी की जाएगी। इससे पहले 23 से 26 फरवरी को परीक्षा करवाई गई थी। दूसरी बार टापर बनने की खुशी पर अंक कम रहने का गम भी
आर्मी पब्लिक स्कूल के भव खुराना ने बताया कि दो प्रश्न थोड़े गलत होने की वजह से 100 पर्सेंटाइल पाने से महज प्वाइंट 37 से पीछे रह गए। दूसरी बार टापर बनने की खुशी लेकिन 100 फीसद नहीं आए इसके लिए थोड़ी मायूसी है। कमियों में और सुधार करेंगे। रामामंडी में रहने वाले भव खुराना साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं और इसके लिए वे जेईई को क्रैक करने के लिए 20 घंटे तक पढ़ाई करते हैं। उनका लक्ष्य 99.963 पर्सेंटाइल को 100 फीसद में बदलना है। दसवीं में उसके 95 फीसद अंक आए थे और जेईई क्रैक करने के बाद आइआइटी दिल्ली या पुणा में दाखिला लेना चाहते हैं। मां अंजु खुराना आर्मी पब्लिक स्कूल में ही एडमिन स्टाफ हैं, जबकि उनके पिता स्व. बलदेव राज का निधन हो चुका है और बहन गीतिका खुराना मेडिकल कालेज अमृतसर में है। भव खुराना आकाश इंस्टीट्यूट से कोचिग ले रहे हैं। रिपोर्ट कार्ड (भव खुराना-99.963 पर्सेंटाइल) सबजेक्ट- फरवरी------मार्च---
फिजिक्स:----99.607----100---
केमिस्ट्री------99.716----99.820
मैथेमेटिक्स----99.941---100
---------------- प्रश्न का उत्तर सही था, नेगेटिव मार्किंग के डाउट में कमी रही
डीपीएस के छात्र सौम्य गुप्ता कहते हैं कि पेपर का डिफिक्लटी लेवल अधिक था और अंतिम क्षणों में प्रश्न का उत्तर भी सही रह रहा था लेकिन गलत होने पर नेगेटिव मार्किंग भी होनी थी। इसी डाउट के चक्कर में थोड़ी कमी रह गई। अब परफार्मेंस को बढ़ाना ही लक्ष्य है इसलिए आगे की परीक्षाओं में भी बेहतर करना है। आर्मी अस्पताल में मेडिकल स्पेशलिस्ट डा. सूरज गुप्ता के बेटे सौम्य गुप्ता बाकी दोनों सत्र में भी भाग लेंगे। मां अभिलाषा गुप्ता गृहिणी है और छोटी बहन गौरी गुप्ता दसवीं की पढ़ाई कर रही है। दसवीं में उसके 97.8 फीसद अंक रहे थे। रिपोर्ट कार्ड (सौम्य गुप्ता-99.783 पर्सेंटाइल) सबजेक्ट----फरवरी------मार्च--- फिजिक्स-----99.319-----99.747---
केमिस्ट्री------99.452------98.887---
मैथेमेटिक्स----99.623-----99.815---
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